FMCG, होटल समेत कई कारोबारों में मौजूद ITC के शेयरधारक, कंपनी के होटल कारोबार के अलग होने यानि कि डिमर्जर के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करें, ऐसी सलाह प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म 'इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर एडवायजरी सर्विसेज' (IiAS) ने दी है. ITC अपने होटल कारोबार के डिमर्जर की मंजूरी लेने के लिए अपने शेयरधारकों की बैठक आयोजित करने वाली है. कंपनी ऐसा नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के निर्देश के अनुसार कर रही है. आपको बता दें प्रस्तावित डिमर्जर की घोषणा जुलाई 2023 में की गई थी.
IiAS ने अपनी सिफारिश में लिखा है कि यह लेनदेन ITC ग्रुप के आम शेयरधारकों को होटल कारोबार से पूरी तरह बाहर निकलने का मौका नहीं देता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पेरेंट कंपनी होटल कारोबार में 40% हिस्सेदारी के साथ-साथ EIH लिमिटेड में 13.69% शेयरहोल्डिंग और HLV लिमिटेड में 7.58% हिस्सेदारी बनाए रखेगी.
ITC के मैनेजमेंट ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि वह आखिरकार होटल कारोबार में अपनी 40% हिस्सेदारी के साथ क्या करने की योजना बना रहा है; क्या वह इसे किसी रणनीतिक निवेशक को बेचने की योजना बना रहा है या इसे बरकरार रखना चाहता है. IiAS इस पहलू पर मैनेजमेंट से अधिक स्पष्टता चाहती है. IiAS ने अपने नोट में लिखा है, "यह डिमर्जर आंशिक रूप से वैल्यू को अनलॉक करता है. ITC की ओर से प्रमोटर के रूप में होटल कारोबार को कैपिटल सपोर्ट प्रदान किया जाना शायद जारी रखा जाएगा." फर्म ने आगे कहा कि ITC के होटल कारोबार और उसके अन्य कृषि और FMCG कारोबारों के बीच तालमेल का तर्क कंपनी की सेगमेंटल रिपोर्टिंग के इंटर-सेगमेंट रेवेन्यू में नहीं दिखता है.