July WPI Inflation: जुलाई में लगातार चौथे महीने थोक महंगाई दर (WPI) में गिरावट दर्ज की गई है. होलसेल प्राइस इंडेक्स -1.36 फीसदी पर पहुंच गई है. हालांकि, जुलाई में लगातार तीन महीने के बाद थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है. जून में ये महंगाई दर -4.12% पर आ गई थी जो कि 8 साल का सबसे निचला स्तर था. जुलाई 2022 में ये 13.93% पर थी.
थोक महंगाई दर में कमी आने के पीछे मुख्य वजह मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल्स, फूड आइटम्स, टेक्सटाइल्स और नॉन-फूड आर्टिकल्स के दाम में कमी आना है. वहीं, जुलाई में थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी का मुख्य कारण सब्जियों, प्याज और प्राथमिक वस्तुओं का महंगा होना है.
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जुलाई में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई बढ़कर 7.57% पहुंच गई, जो जून में -2.87% पर थी. वहीं, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्टस की थोक महंगाई -2.71% से बढ़कर -2.51% पर पहुंच गई. ईंधन और बिजली की महंगाई दर जून के -12.63% से घटकर -12.79% पर रही. थोक खाद्य महंगाई दर -1.24% से बढ़कर 7.75% और थोक कोर महंगाई दर -2.0% से घटकर -2.2% पर पहुंच गई.
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