Lord Jagannath Kohinoor: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स महाराजा बन गए हैं और नियमानुसार 105 कैरेट कोहिनूर हीरे वाला ताज उनकी पत्नी डचेस ऑफ कॉर्नवाल कैमिला के पास जाएगा. इस बीच ओडिशा के एक सामाजिक सांस्कृतिक संगठन ने दावा किया है कि कोहिनूर हीरा भगवान जगन्नाथ का था. संगठन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कोहिनूर हीरे को यूनाइटेड किंगडम से पुरी मंदिर में वापस लाने के लिए ज्ञापन सौंपा है.
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संगठन श्री जगन्नाथ सेना (Organization Shree Jagannath Sena) ने एक ज्ञापन में कहा कि कोहिनूर हीरा श्री जगन्नाथ भगवान का है. अब यह इंग्लैंड की महारानी के पास है. कृपया हमारे प्रधानमंत्री से इसे भारत लाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध करें, क्योंकि महाराजा रणजीत सिंह ने इसे अपनी इच्छा से भगवान जगन्नाथ को दान कर दिया था. पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह ने अफगानिस्तान के नादिर शाह के खिलाफ लड़ाई जीतने के बाद यह हीरा भगवान जगन्नाथ को दान कर दिया था.
वहीं, कुछ इतिहासकारों का कहना है कि इस हीरे को मंदिर को तुरंत नहीं सौंपा गया था. 1839 में रणजीत सिंह की मौत हो गई थी और अंग्रेजों ने 10 साल बाद कोहिनूर को उनके बेटे दलीप सिंह से छीन लिया था, जबकि वे जानते थे कि यह पुरी में भगवान जगन्नाथ को दान किया जा चुका था.
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