भारत की सबसे बड़ी पब्लिक सेक्टर जीवन बिमा निगम कंपनी LIC अब हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में भी कदम रखने जा रही है. एलआईसी अधिग्रहण के अवसर तलाश रही है. एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने अपने बयान में कहा, "ऐसी उम्मीद है कि नई सरकार द्वारा कंपोजिट लाइसेंस की मंजूरी दी जा सकती है और हमने कुछ ग्राउंड लेवल पर काम किया है. हमारे पास जनरल इंश्योरेंस में विशेषज्ञों की कमी है, हम हेल्थ इन्शुरन्स में रुचि रखते हैं और विकास के अवसरों पर भी विचार कर रहे हैं".
एक संसदीय पैनल ने फरवरी 2024 में लागत और अनुपालन बोझ को कम करने के लिए सारे बीमा यानी कंपोजिट लाइसेंस शुरू करने का सुझाव दिया था. अभी जीवन बीमा कंपनियां केवल स्वास्थ्य बीमा के तहत लांग टर्म बेनिफिट्स कवर ऑफर कर सकती हैं. जीवन बीमा कंपनियों को अस्पताल में भर्ती और क्षतिपूर्ति कवर प्रदान करने के लिए बीमा अधिनियम में संशोधन की आवश्यकता होगी
एलआईसी के हेल्थ इंश्योरेंस प्रयास से कवरेज को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. 2022-23 के अंत में, 2.3 करोड़ से कम हेल्थ इंश्योरेंस कवर जारी किए गए, जो 55 करोड़ लोगों को कवर करते हैं. इसमें से करीब 30 करोड़ सरकार प्रायोजित व्यवसाय द्वारा कवर किए गए थे, जबकि लगभग 20 करोड़ का बीमा ग्रुप इंश्योरेंस के माध्यम से किया गया था.
सरकार और रेगुलेटर चाहते हैं कि अधिक स्वास्थ्य कवर जारी किए जाएं और एलआईसी के इस क्षेत्र में प्रवेश से इसमें तेजी आने की उम्मीद है. इरडा डेटा से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023 के दौरान, जीवन बीमाकर्ताओं ने लगभग 3 लाख लोगों को कवर करते हुए 2.9 लाख नई पॉलिसियां जारी की है
एलआईसी ने मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में 13,762 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 13,427 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. वेतन संशोधन के प्रावधान से मुनाफा प्रभावित हुआ और कम मार्जिन का कारण उच्च समूह व्यवसाय को माना गया.