LIC Money in Adani Group : हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) का नुकसान सिर्फ अडानी ग्रुप (Adani Group) को ही नहीं हुआ है बल्कि LIC को लेकर भी आशंकाएं पैदा हो गई हैं जिसने इस ग्रुप में बड़े पैमाने पर निवेश कर रखा है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद से अडानी में लगे LIC के 18300 करोड़ रुपए डूब गए. संसद में विपक्ष इस मुद्दे पर लामबंद है और आरोप लगा रहा है कि अडानी ग्रुप में लगा LIC का पैसा डूब रहा है. सच क्या है, आइए समझने की कोशिश करते हैं...
LIC के पॉलिसीधारक गांव गांव में हैं और हर किसी में अपने पैसे को लेकर चिंता बैठी हुई है. अगर आपका भी सवाल कुछ ऐसा ही है, तो इसका एक सीधा जवाब है नहीं... अडानी के शेयर नीचे आए हैं लेकिन इसे एक शेयरधारक का घाटा तब तक नहीं माना जाएगा, जब तक वह इन्हें बेचता नहीं है. यही फॉर्मूला मुनाफे में भी लागू होता है.
हम इंश्योरेंस कंपनी को जो प्रीमियम देते हैं, कंपनी उसे मार्केट में लगाती है और हमें मुनाफा देती है. प्रीमियम को कंपनियां बॉन्ड्स, ट्रेजेरी बिल्स, कॉरपोरेट बॉन्ड्स, इक्विटी (शेयर) और अलग-अलग चीजों में निवेश करती है.
LIC का कई कंपनियों में है. ये निवेश 10 लाख करोड़ से ज्यादा का है. LIC का निवेश 36 कंपनियों के शेयर में है और अडानी में तो यह बेहद कम है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मची आपाधापी के बीच LIC ने 30 जनवरी को बयान जारी कर बताया कि 30 सितंबर 2022 तक उसका कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 41 लाख 66 हजार करोड़ रुपये था. बीमा कंपनी लोगों की जो भी रकम बाजार में मैनेज करती है, उसे AUM कहते हैं. इस हिसाब से LIC का अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश एक फीसदी से भी कम है. LIC ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में 36,474 करोड़ इन्वेस्टमेंट कर रखे हैं. ये उसके कुल AUM का 0.97% है.
अडानी ग्रुप का कुल कर्ज 2 लाख करोड़ है. इसमें भारतीय बैंकों से ली गई रकम 80 हजार करोड़ है. SBI ने 27 हजार करोड़ का कर्ज दे रखा है.
भारतीय जीवन बीमा निगम ने बयान में बताया कि वह अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेश करके नुकसान नहीं, बल्कि फायदे में है. इंश्योरेंस कंपनी ने अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों में मिलाकर कुल 36,474 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया हुआ है. LIC के इस निवेश की वैल्यू 56,142 करोड़ रुपये है. हालांकि सच यही है कि कंपनी को 18 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान भी हुआ है, और नुकसान, नुकसान होता है.
पैसा आम आदमी का है, तो इस पूरे सिस्टम पर सवाल भी जरूर उठेंगे और जांच भी होनी चाहिए.
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