भारत में लोकसभा चुनाव हो रहे है. पांच साल में एक बार होने वाले लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक खबर सामने आई है. जिसमें अस्थायी रोजगार के अवसर को लेकर चर्चा की गई है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि लोकसभा चुनाव से लोगों को लगभग 9 लाख अंतरिम नौकरियां को मिलने वाली है.
वर्क इंडिया के सीईओ और सह-संस्थापक नीलेश डुंगरवाल ने पीटीआई को बताया है कि, देश भर में 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान अस्थायी नौकरियों की संख्या हम चुनाव के पैमाने से कर सकते है. नौकरियां, मतदान केंद्रों की संख्या और चुनाव से संबंधित गतिविधियों की आवश्यकताओं जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है.
डूंगरवाल के मुताबिक, मतदान केंद्र पर अलग -अलग अस्थायी नौकरी , रोल्स होते हैं जिसमे मतदान केंद्र अधिकारी, चुनाव क्लर्क, सुरक्षा कर्मी, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ट्रांसपोर्टेशन कोऑर्डिनेटर और प्रशासनिक कर्मचारी जैसे पद है.
टीमलीज सर्विसेज के सीईओ कार्तिक नारायण ने भी इस बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि, भारत में लगभग दस लाख (10 लाख) मतदान केंद्र हैं. उन्होंने बताया कि हर मतदान केंद्र पर कम से कम एक अस्थायी गिग कर्मचारी को रोजगार मिलने की उम्मीद की जाती है.
सीआईईएल के ह्यूमन रिसोर्स डायरेक्टर और सीईओ आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि पिछले छह महीनों में यह अनुमान लगाया गया है कि आगामी चुनावों की तैयारी के लिए लगभग 2,00,000 अस्थायी पद सामने आए हैं.
उन्होंने कहा कि ये पद चुनाव की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण माने जाते है. इसमें विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े पोजीशन है, जैसे डेटा विश्लेषण, योजना (Planning ), जनसंपर्क, बाजार सर्वेक्षण, मीडिया संबंध, सामग्री डिजाइन (Content Design),कंटेंट मार्केटिंग , सोशल मीडिया मार्केटिंग, एआई रणनीतियों और परियोजना प्रबंधन तक जैसी विविध क्षेत्रों से जुड़े नौकरियों का समावेश है.