LPG Cylinder: अक्सर एलपीजी गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) का इस्तेमाल करनेवाले शिकायत करते हैं कि, गैस खत्म होने पर जब भी दूसरा LPG सिलेंडर आता है तो उसमें गैस की मात्रा 1 से 2 किलो कम निकलती है. इसकी शिकायत के बावजूद कोई खास कार्रवाई नहीं होती है. लेकिन, सरकार ने इस गैस चोरी को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है, इसके लिए सरकार अब LPG सिलेंडर को क्यूआर कोड (QR Code) से लैस करने जा रही है.
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केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep singh Puri) ने बताया कि यह कुछ-कुछ आधार कार्ड जैसा होगा. जिसके जरिए अगर कोई गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) में गैस की चोरी करता है तो उसे ट्रैक (Track) करना भी बहुत आसान हो जाएगा.
हरदीप सिंह पुरी ने World LPG Week 2022 के खास अवसर पर यह जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही नए गैस सिलेंडर पर क्यूआर कोड लगा दिया जाएगा. वहीं गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड के मेटल स्टीकर को गैस सिलेंडर पर चिपकाया जाएगा. सरकार ने प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है और 3 महीने के अंदर इस काम को पूरा करने का टारगेट रखा गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के क्यूआर कोड (QR Code) लग जाने के बाद गैस सिलेंडर को ट्रैक करना आसान होगा. पहले यह नहीं पता चल पाता था कि किस डीलर ने गैस सिलेंडर को कहां से निकाला और किस डिलीवरी मैन ने उसकी डिलीवरी ग्राहक के घर पर की. मगर क्यूआर कोड लगने के बाद सभी चीजों की ट्रैकिंग आसान हो जाएगी, और गैस चोरी करनेवाले की पहचान हो सकेगी. चोरी पकड़ने के साथ ही इस क्यूआर कोड से ग्राहकों को यह भी पता चलेगा कि अब तक गैस की कितनी बार रिफिलिंग की जा चुकी है. रिफिलिंग सेंटर से गैस को घर आने में कितना वक्त लगा है और डीलर कौन है.