भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी(Gautam Adani) को हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट ( Hindenburg Research Report) ने काफी नुकसान पहुंचाया है. इस बीच बांग्लादेश(Bangladesh) की न्यूज एजेंसी UNB के मुताबिक, बांग्लादेश ने अडानी की कंपनी से मांग की है कि वो बिजली खरीद समझौते (Power Deal) को संशोधित करे वरना वो इस समझौते को रद्द करे. इस विवाद पर जब गुरुवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से सवाल किया गया कि उन्होंने जवाब दिया कि हम समझते हैं कि अपने पड़ोसियों के साथ हमारे आर्थिक संबंध हमारे विकास में भी मदद करते हैं.
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यह पड़ोसियों के प्रति हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है, हमारे लिए हमारे पड़ोसी पहले हैं.लेकिन अगर कोई प्रोजेक्ट आर्थिक कारणों से प्रभाव में नहीं आ रहा तो इससे आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि हमारे रिश्ते खराब हो रहे हैं. अरिंदम बागची से यह भी पूछा गया कि अडानी को लेकर क्या किसी विदेशी सरकार ने भारत सरकार को अप्रोच किया है जिसके जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कोई सरकार इन सब चीजों के लिए हमें अप्रोच करेगी.'