Milk Inflation: देश में दूध की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दूध की एवरेज रिटेल प्राइस (Average Retail price) पिछले एक साल में 12 फीसदी बढ़कर 57.15 रुपये प्रति लीटर तक हो गई है. बुधवार को जारी ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक, दूध के दाम बढ़ने से दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स की महंगाई दर (Inflaion Rate) अपने उच्च स्तर पर बनी हुई है जो कि 9.31 फीसदी से अधिक है. वहीं, बता दें कि भारत में मार्च की हेडलाइन इनफ्लेशन (Headline Inflation) में कमी आई है और जो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के 6 फीसदी के लक्ष्य से कम है.
दूध के दामों में इस बढ़ोतरी की वजह दूध की बढ़ती मांग, लागत का ज्यादा होना और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट का बढ़ना है. इसके अलावा एक बड़ी वजह चारे की कीमतों में बढ़ोतरी भी है जिससे पशुओं को चारा खिलाना और भी महंगा हो गया. साथ ही पशुओं में होने वाली लंपी बीमारी के मामलों में वृद्धि से भी दूध के उत्पादन में गिरावट आई.
इसके साथ ही कोरोना महामारी का असर भी दूध के उत्पादन पर देखने को मिला. कोरोना महामारी के दौरान होटल, रेस्तरां और मिठाई की दुकान आदि बंद रहीं जिससे डेयरी प्रोडक्ट्स की मांग में कमी आई और कीमतें भी कम रहींं. इस वजह से डेयरी ने किसानों से दूध खरीदना कम कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों को इस लागत को कम करने के लिए पशुओं की संख्या कम करनी पड़ी और साथ ही उन्हें कम खाना देना भी शुरू कर दिया. इससे पशुओं ने भी दूध देना कम कर दिया और दूध के प्रोडक्शन में गिरावट देखने को मिली.