वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Global pandemic Corona virus) ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था (World Economy) पर गहरा असर डाला है. कोरोना वायरस से अभी भी कई देश बुरी तरह से जूझ रहे हैं. भारत भी ऐसे देशों में है जिसने कोरोना की मार झेली और देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंचा. अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एक रिपोर्ट ने चिंता बढ़ा दी है. रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को कोरोना से हुए नुकसान से उबरने में 12 साल लग सकते हैं.
RBI की इस रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था पर COVID-19 महामारी के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है. अनुमान है कि कोरोना काल में भारतीय अर्थव्यवस्था को करीब 52 लाख करोड़ रुपये का प्रोडक्शन लॉस (Production loss) हुआ.
इस कोशिश से पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था
केंद्रीय बैंक का कहना है कि पूंजीगत खर्च (Capital expenditure) पर सरकार का जोर, डिजिटलीकरण और ई-कॉमर्स, स्टार्टअप, अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में नए निवेश के बढ़ते अवसरों को देखते हुए भारत आर्थिक विकास (Economic Development) की पटरी पर धीरे-धीरे लौट सकता है.
RBI की रिपोर्ट कहती है कि साल 2020-21 की पहली तिमाही में महामारी की पहली लहर आने से अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ा. उसके बाद अर्थव्यवस्था (economy) ने तेज रफ्तार पकड़ी, लेकिन 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में आई महामारी की दूसरी लहर ने इस पर फिर से गहरा असर डाला. रिपोर्ट के मुताबिक 2020-21 में 19.1 लाख करोड़, 2021-22 में 17.1 लाख करोड़ और 2022-23 में उत्पादन (Production) का 16.4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.