केंद्र सरकार ने मंहगाई से निजात दिलाने के लिए हालही में पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty on Petrol and Diesel) में भारी कटौती की थी. जिसके बाद देश में पेट्रोल के दाम 9.50 रुपये और डीजल के दाम 7 रुपये प्रति लीटर कम हो गए थे. अब खबर है कि पेट्रोल-डीजल और भी सस्ते हो सकता है. दरअसल तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) और रूस समेत अन्य सहयोगी देश जुलाई-अगस्त से कच्चे तेल का उत्पादन (Crude Oil Production Hike) बढ़ाने जा रहे हैं.
कितना बढ़ेगा उत्पादन ?
कच्चे तेल का उत्पादन फिलहाल हर रोज 4.32 लाख बैरल है. ओपेक और रूस समेत अन्य सहयोगी देशों के बीच कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर प्रतिदिन 6.48 लाख बैरल करने पर सहमति बनी है. इस फैसले से दुनियाभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें नीचे आने का अनुमान है.
क्यों बढ़ाया जा रहा उत्पादन ?
दरअसल, कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते कच्चे तेल की खपत दुनिया भर में काफी कम हो गई थी और क्रूड ऑयल की कीमतें (Crude Oil Price) काफी नीचे आ गई थीं. जिसके चलते तेल उत्पादक देशों (Oil Producing Countries) ने दाम को स्थिर करने के लिए कच्चे तेल का उत्पादन घटा दिया गया था. कोरोना से पहले के कच्चे तेल प्रोडक्शन लेवल को पाने के लिए ये देश अब धीरे-धीरे इसके उत्पादन को बढ़ा रहे हैं.
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