प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत में बेरोजगारी को लेकर बयान सामने आया है. एनडीटीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने विभिन्न मुद्दों पर बात की जिनमें भविष्य के लिए उनका रोडमैप, बुनियादी ढांचे पर फोकस, मौजूदा लोकसभा चुनावों में भाजपा की संभावनाएं और विदेश नीति जैसे मुद्दे शामिल थे. नौकरियों के मुद्दे पर सवाल पूछने पर प्रधानमंत्री मोदी ने पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) के आंकड़ों का हवाला दिया और कहा कि इससे पता चला है कि बेरोजगारी आधी हो गई है. "पीएलएफएस डेटा भी बताता है कि छह से सात वर्षों में 6 करोड़ नई नौकरियां पैदा हुई हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO ) ने भी यही बात कही है. मैंने सरकारी नौकरियों के लिए भी एक बड़ा अभियान चलाया है”. आगे उन्होंने SKOCH समूह द्वारा जारी एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा ,,की SKOCH समूह की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 10 वर्षों में हर साल 5 करोड़ व्यक्ति-रोजगार उत्पन्न हुए हैं और उन्होंने यह कहने के लिए 22 मापदंडों का उपयोग किया है. यह अनुसंधान द्वारा समर्थित है यह सब ज़मीन पर भी देखा जा सकता है, यह केवल डेटा तक ही सीमित नहीं है."
पीएम मोदी ने कहा की 2014 से पहले, केवल कुछ सौ स्टार्टअप थे और अब ऐसी 1.25 लाख कंपनियां हैं. हर स्टार्टअप कई प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार देता है. 100 यूनिकॉर्न भी हैं, जिसका मतलब यह है की 8 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो रहा है और ये 20-25 आयु वर्ग के लोग हैं, वे हमारे बेटे और बेटियां हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की पहले 70 हवाई अड्डे थे, अब 150 हैं, मेरा अनुमान है कि देश में विमानों की कुल संख्या 600-700 है और 1,000 नए विमानों के लिए ऑर्डर दिया गया है." क्या कोई कल्पना भी कर सकता है कि कितने प्रकार के लोगों को रोजगार मिल सकता है