Reliance Capital: भारी कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी के बिजनेस का क्राउन रही ‘रिलायंस कैपिटल’ (Reliance capital) भी बिकने वाली है. इस कंपनी के अधिग्रहण के लिए ‘हिंदुजा ग्रुप’ (Hinduja Group) ने सबसे बड़ी बोली लगाई है. इसके लिए ग्रुप की योजना 80 करोड़ डॉलर यानी 6560 करोड़ रुपये जुटाने की है. हिंदुजा ग्रुप ने ये रकम जुटाने के लिए निजी क्रेडिट फंड्स के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है.
बता दें कि रिलायंस कैपिटल फिलहाल एनसीएलटी में इनसॉलवेंसी प्रोसेस यानी दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है. हिंदुजा ग्रुप ने कंपनी के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है लेकिन अभी ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है. इससे पहले टॉरेंट इन्वेस्टमेंट ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी. बता दें कि रिलायंस कैपिटल ने 22,000 करोड़ रुपये के लोन के भुगतान में डिफॉल्ट किया था जिसके बाद नवंबर 2021 में उसे डेट रिजॉल्यूशन के लिए भेजा गया था. अभी नए अपडेट में रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) की सब्सिडियरी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Reliance General Insurance Company) को डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) की तरफ से 922.58 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड भेजा गया है.
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अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल एक शेडो बैंक की तरह काम करती थी. साल 2021 में रिलायंस कैपिटल को केंद्रीय बैंक (RBI) ने टेकओवर कर लिया था. केवल कुछ सालों के भीतर ही देश में 5 बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) का डिफॉल्ट होना बड़ी वजह रही थी.
हिंदुजा समूह का कारोबार फाइनेंशियल सविर्सेज से लेकर केमिकल्स और रियल एस्टेट सेक्टर में फैला हुआ है. जुलाई में इकोनॉमिक टाइम्स ने खबर दी थी कि रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए हिंदुजा समूह करीब 1 अरब डॉलर का फंड जुटा रहा है. इस ग्रुप का कारोबार 38 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है.
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