रूस-यूक्रेन झगड़े के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुपये की हालत खराब होती जा रही है. रुपये की बिगड़ती सेहत को सुधारने के लिए RBI ने एक बड़ा कदम उठाया है.
रुपये की विनिमय दर में बड़े उतार-चढ़ाव को देखते हुए RBI के अपने विदेशी मुद्रा कोष से करीब 2 अरब डॉलर बेचने का अनुमान है.
यह भी पढ़ें: Ukraine-Russia Crisis : जंग से बिगड़े हालात, तो भारत पर क्या असर होगा?
रूस-यूक्रेन झगड़े के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ा है. इसके अलावा वैश्विक बाजार में तनाव का माहौल है.
ऐसे में रुपये की हालत भी कमजोर हुई है. भारत बड़ी मात्रा में कच्चे तेल का आयात करता है, इसलिए डॉलर के साथ की विनिमय दर में बदलाव के चलते घरेलू मुद्रा पर दबाव बढ़ा है.
रुपये की इस कमजोर स्थिति को देखते हुए सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने RBI की ओर से हाजिर बाजार में डॉलर की बिक्री की है.