India's November Services PMI: भारत में अक्टूबर में सर्विस सेक्टर में गिरावट देखने को मिली है. एस एंड पी ग्लोबल (S&P Global) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सर्विसेज पीएमआई (Services PMI) यानी पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स 61 से गिरकर 58.4 के स्तर पर पहुंच गया है. यह 7 महीने का सबसे निचला स्तर है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को इसके बढ़कर 60.5 होने का अनुमान था.
बता दें कि मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में भी गिरावट आई है. अक्टूबर में देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की PMI पिछले 8 महीने में सबसे कम है.
हालांकि, अक्टूबर में सर्विस सेक्टर में एक्टिविटी ठोस रही और निर्यात में अच्छी बढ़त देखने को मिली.
अक्टूबर में देश की उत्पादन गतिविधियों में सुस्ती देखने को मिली है. ऐसे में सर्विसेज इंडस्ट्री की ग्रोथ में सुस्ती की खबर भारत के आर्थिक विकास के लिए चुनौती बन सकती है. रॉयटर्स के मुताबिक, मौज़ूदा वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रह सकती है. हालांकि, ये दूसरी महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले काफी तेज ग्रोथ रेट है.
गौरतलब है कि पीएमआई आंकड़ों मे 50 को आधार माना जाता है. सर्विसेज पीएमआई का 50 के स्तर से अधिक होना सर्विस सेक्टर में होने वाली गतिविधियों में विस्तार का संकेत देता है. वहीं, अगर यह स्तर 50 से कम रहता है तो इसका मतलब है कि सर्विस सेक्टर में गतिविधियां कम हो रही हैं. ऐसे में अगर मई में पीएमआई के आंकड़ों में ये गिरावट आई भी है तो भी इससे सर्विस सेक्टर में मजबूती का संकेत मिलता है. भारत के जीडीपी में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 50 फीसदी है.
पीएमआई यानी कि पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स से देश की आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाता है. इससे मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में होने वाले बदलाव का पता चलता है. ये पीएमआई 5 कारकों पर आधारित होती है जिनमें नए ऑर्डर, इन्वेंटरी स्तर, प्रोडक्शन, सप्लायर्स डिलीवरी और रोजगार शामिल हैं.
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