India's July Services PMI: भारत में जुलाई में सर्विस सेक्टर में जोरदार बढ़त देखने को मिली है. एस एंड पी ग्लोबल (S&P Global) द्वारा 3 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सर्विसेज पीएमआई (Services PMI) यानी पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स 58.5 से बढ़कर 62.3 के स्तर पर पहुंच गया है. यह 13 साल का उच्चतम स्तर है. साथ ही कंपोजिट पीएमआई भी जुलाई में 59.4 से बढ़कर 61.9 के स्तर पर आ गई है.
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बता दें कि भारत की सर्विसेज पीएमआई लगातार 24वें महीने 50 से अधिक रही है. गौरतलब है कि पीएमआई आंकड़ों मे 50 को आधार माना जाता है. सर्विसेज पीएमआई का 50 के स्तर से अधिक होना सर्विस सेक्टर में होने वाली गतिविधियों में विस्तार का संकेत देता है. वहीं, अगर यह स्तर 50 से कम रहता है तो इसका मतलब है कि सर्विस सेक्टर में गतिविधियां कम हो रही हैं. ऐसे में अगर मई में पीएमआई के आंकड़ों में ये गिरावट आई भी है तो भी इससे सर्विस सेक्टर में मजबूती का संकेत मिलता है.
भारत के जीडीपी में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 50 फीसदी है. मई में जारी ऑफिशियल डेटा के मुताबिक, जनवरी से मार्च तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़कर 6.1 फीसदी हो गई. इस वजह से वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी की सालाना ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रही.
पीएमआई यानी कि पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स से देश की आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाता है. इससे मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में होने वाले बदलाव का पता चलता है. ये पीएमआई 5 कारकों पर आधारित होती है जिनमें नए ऑर्डर, इन्वेंटरी स्तर, प्रोडक्शन, सप्लायर्स डिलीवरी और रोजगार शामिल हैं.
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