भारतीय अर्थव्यवस्था को कुशल बनाने के लिए और मुक्त व्यापार को गति देने के लिए भारत ने यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ व्यापार और आर्थिक साझेदारी के लिए समझौता किया है. भारत सरकार ने ‘टीईपीए’ पर हस्ताक्षर किया है.
समझौते में, सरकार धीरे-धीरे इम्पोर्टेड वस्तुओं पर सीमा शुल्क को समाप्त कर देगी, जिससे घरेलू ग्राहकों को कम कीमतों पर घड़ियां, चॉकलेट,और बिस्किट जैसे उच्च गुणवत्ता वाले स्विस उत्पादों को खरीदने में आसानी होगी.
टीईपीए ने चार EFTA देशों से 100 बिलियन डॉलर का निवेश हासिल किया है.यह ऐतिहासिक सौदा भारत और यूरोपीय देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा.
EFTA देशों के सदस्य और ‘स्विट्जरलैंड के आर्थिक मामलों के मंत्री गाइ पार्मेलिन ने कहा “यूरोपीय देश, अपनी ओर से, भारत के बाजार और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था द्वारा प्रदान किए जाने वाले आर्थिक अवसरों तक पहुंच प्राप्त करेंगे”. पहले 10 वर्षों के दौरान 50 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता और अगले पांच साल में 50 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है.
समझौता भारतीय बाजारों में सीफ़ूड , भूमध्यसागरीय फल, कॉफी, तेल, मिठाई, प्रोसेस्सेड खाद्य पदार्थ और वाइन सहित कई यूरोपीय वस्तुओं की कीमतों में कटौती होने के लिए कारगर माना जा रहा है.
इसमें अतिरिक्त तौर पर , घड़ियाँ, स्मार्टफोन, चिकित्सा उपकरण, कपड़ा और मशीनरी उपकरण जैसी वस्तुओं को भी शामिल किया गया है, जो व्यापार संबंधों को बढ़ाने के व्यापक प्रयास को दर्शाता है.