Layoff tsunami 2023: दुनियाभर में कंपनियां करीब 2 साल से अंधाधुंध छंटनी कर रही है. अल्ट इंडेक्स (AltIndex) के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में टेक कंपनियों ने 2.26 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की है. साल 2022 की तुलना में इस साल हुई छंटनी में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2022 में 202,000 कर्मचारियों की छंटनी हुई थी.
2023 में छंटनी की रफ्तार और तेज हुई है जिससे टेक सेक्टर काफी मुश्किल में नज़र आ रहा है. बिज़नस टुडे की न्यूज़ के मुताबिक, अल्ट इंडेक्स के आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2023 में अब तक टेक कंपनियां 2.26 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर चुकी हैं. यानी कि इस साल के सात महीनों में पिछले साल के पूरे 12 महीने की तुलना में 40 फीसदी ज्यादा छंटनी हो चुकी है.
छंटनी करने वाली कंपनियों में दुनिया की कई दिग्गज कंपनियां जैसे- गूगल, फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़न भी शामिल हैं. टेक सेक्टर में चल रही इस छंटनी के लिए कई कारण बताए जा रहे हैं. इनमें वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता इसकी सबसे बड़ी वज़ह है, जबकि दुनिया भर में रिकॉर्ड तोड़ महंगाई, सप्लाई चेन संबंधी चुनौतियां और रेवेन्यू ग्रोथ में गिरावट से भी टेक कंपनियों के लिए परेशानियां बढ़ी हैं.
दुनिया भर की टेक कंपनियों ने साल 2021 की शुरुआत में छंटनी करना शुरू किया था. साल 2021 में टेक कंपनियों में करीब 15,000 छंटनियों के मामले रिकॉर्ड किए गए. वहीं साल 2022 में 1,64,744 कर्मचारियों की छंटनी हुई जिनमें से 75,912 कर्मचारियों की छंटनी अकेले जनवरी महीने में हुई. इस तरह देखें तो बीते 2021 की शुरुआत से अब तक टेक सेक्टर में 4,05,000 कर्मचारी नौकरियां गंवा चुके हैं.
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