Tomato Price: मौसमी मार झेल रहा टमाटर गुस्से से और भी ज्यादा लाल होता जा रहा है. देश में अब टमाटर की खुदरा कीमतें 155 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. टमाटर की कीमतों के बढ़ने के पीछे मुख्य वजह बारिश को बताया जा रहा है.
बारिश के कारण टमाटर की आपूर्ति बाधित होने से इसकी कीमतों में और उछाल आया है. ये आंकड़े सरकार ने जारी किए हैं. वहीं सबसे महंगा टमाटक कोलकाता में बिक रहा है. यहां इसकी कीमत 148 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है.
महानगरों में, टमाटर की खुदरा कीमतें 58-148 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में थीं. कोलकाता में टमाटर (Kolkata Tomato Price) की कीमत सबसे अधिक यानी 148 रुपये प्रति किलो तथा मुंबई में सबसे कम यानी 58 रुपये प्रति किलो थी.
यहां भी क्लिक करें: World Billionaires: दुनिया के सबसे 500 अमीर लोगों में मस्क को सबसे ज्यादा मुनाफा, अडानी की नेटवर्थ घटी
दिल्ली और चेन्नई में कीमतें क्रमशः 110 रुपये प्रति किलो और 117 रुपये प्रति किलो थीं. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य 83.29 रुपये प्रति किलो था। जिसका मॉडल मूल्य 100 रुपये प्रति किलो था.
आंकड़ों से पता चलता है कि टमाटर की सबसे अधिक कीमत 155 रुपये प्रति किलो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में थी. इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में स्थानीय विक्रेता गुणवत्ता और इलाके के आधार पर 120-140 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेच रहे हैं.
पश्चिम विहार के स्थानीय विक्रेता ज्योतिष कुमार झा ने कहा, ‘‘हमने आजादपुर थोक बाजार से सबसे अच्छी गुणवत्ता वाला टमाटर 120 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीदा है और खुदरा में 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं।’’
पिछले दो सप्ताह में उत्पादक राज्यों से आपूर्ति बाधित हुई है, जहां टमाटर की तोड़ाई और इसका परिवहन प्रभावित हुआ है. सरकार का कहना है कि टमाटर की कीमतों में मौजूदा बढ़ोतरी एक मौसमी मामला है और इस समय कीमतें आम तौर पर ऊंची रहती हैं. अगले 15 दिनों में कीमतें नरम होने और एक महीने में सामान्य होने की उम्मीद है.