लगभग डेढ़ साल के लम्बे इंतज़ार के बाद LIC के शेयरधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी आयी है. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) अब मार्केट कैपिटलाइज़ेशन (बाज़ार मूल्य) में भारत की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी बन गयी है. उसने ये खिताब SBI को पछाड़ कर हासिल किया है. इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक जहां SBI का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹5.6 लाख करोड़ है वहीँ LIC का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹5.7 लाख करोड़ के आस-पास है.
2022 में हुई थी LIC की Listing
स्टॉक मार्केट में LIC की लिस्टिंग मई 2022 में ₹867 पे हुई थी, और उसके साथ ही उसकी कीमत में गिरावट का सिलसिला भी शुरू हो गया था. पिछले साल मार्च में LIC के शेयर की कीमत ₹534 के अपने सबसे निचले स्तर तक गिर गयी थी. लेकिन पिछले कुछ महीनो में गिरावट का ये सिलसिला थम गया है. नवंबर 2023 की शुरुआत से अभी तक LIC के शेयर में 50% की वृद्धि हुई है. मंगलवार 16 जनवरी को पहली बार LIC शेयर अपने लिस्टिंग के स्तर से ऊपर, ₹892.50 पर बंद हुए और इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक ये आंकड़ा ₹900 के आस-पास है.
LIC के Share Price में क्यों आया उछाल?
LIC के शेयर की कीमतों में हाल में आये उछाल के पीछे कई कारण हैं. एक ओर कंपनी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने 2024 में बेहतरीन परफॉरमेंस की उम्मीद जताई है, दूसरी तरफ पिछले कुछ महीनो में LIC ने कई नए प्रोडक्ट लांच किये हैं जिसे लेकर निवेशकों में उत्साह है. बीमा क्षेत्र की सबसे बड़ी भारतीय कंपनी होने के बावजूद LIC के शेयरों का सस्ता होना भी कई निवेशकों को लुभा रहा है.