Parliament White Paper Discussion: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने श्वेत पत्र (White Paper) पर लोकसभा में चल रही चर्चा के दौरान यूपीए (UPA) सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि एनडीए (NDA) सरकार ने देश को पहले रखा है. यूपीए सरकार के समय देश की अर्थव्यवस्था काफ़ी खराब थी. हमने इसे सुधारा है.
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि यूपीए के शासनकाल में कोयले की कमी के कारण पावर प्लांट की हालत खराब थी. यूपीए ने कोयला घोटाला कर देश का बड़ा नुकसान किया. इस घोटाले की वजह से लंबे समय तक कोई रोजगार पैदा नहीं हुआ था. देश को बाहर से कोयला मंगवाना पड़ रहा था. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने कोयले को राख बनाया लेकिन हमने अपनी नीतियों के दम से उसी कोयले को हीरा बना दिया.
इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने 2008 के ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस और कोरोना महामारी की वजह से आए आर्थिक संकट की तुलना करते हुए कहा कि यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने हालात को अच्छे से संभाला. उन्होंने आगे कॉमनवेल्थ गेम्स में भ्रष्टाचार की भी बात की.
इसकी तुलना उन्होंने मोदी सरकार में हुए G20 समिट के आयोजन से की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी ने G20 का शानदार तरीके से आयोजन किया. आज पूरी दुनिया में देश का नाम हो रहा है.
इस दौरान वित्त मंत्री ने NPA संकट के बारे में भी बोला. उन्होंने कहा कि 2004 से लेकर 2014 तक फोन बैंकिंग के ऊपर फोन घुमाओ लोन पाओ एडवर्टाइजमेंट था.
बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (8 फरवरी) को लोकसभा में व्हाइट पेपर पेश किया. इस व्हाइट पेपर में 2014 से पहले यूपीए सरकार के 10 साल और 2014 के बाद की इकोनॉमी की तुलना की गई है.
व्हाइट पेपर एक रिपोर्ट होती है, जिसमें सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और मह्त्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा होती है. सरकार व्हाइट पेपर अक्सर तब लाती है, जब उसे किसी मुद्दे पर चर्चा, कार्रवाई या सुझाव देना होता है या फिर निष्कर्ष निकालना होता है.
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