Whatsapp on Fake Calls: भारत में कुछ दिनों से WhatsApp पर इंटरनेशनल नंबर से स्पैम कॉल आने के मामले सामने आ रहे हैं. इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार ने वॉट्सऐप को नोटिस भेजा था जिसके जवाब में कंपनी की तरफ से बयान जारी किया गया है.
बयान में कहा गया है कि यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी मेटा और वॉट्सऐप के लिए सबसे ज़रूरी है. हमारी हर गतिविधि यूजर्स को ध्यान में रखकर होती है. हमने यूजर्स को ब्लॉक और रिपोर्ट करने जैसे कई तरह के सेफ्टी टूल मुहैया कराए हैं.
बयान में कहा गया है कि ठगी को रोकने की कोशिशों के बावजूद साइबर अपराधी यूजर्स को स्कैम करने के नए तरीके ढूंढ ही लेते हैं. इंटरनेशनल स्कैम कॉल एक ऐसा ही नया तरीका है, जिसका साइबर अपराधी इस्तेमाल कर रहे हैं. वे यूजर्स को वॉट्सऐप पर मिस्ड कॉल देते हैं और जैसे ही कोई यूजर उस नंबर पर रिस्पॉन्स करता है यानी कॉल बैक या मैसेज करता है तो वो इस स्कैम का शिकार हो जाता है.
बयान में कहा गया है कि, वॉट्सऐप इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करेगा. बता दें कि एआई और एमएल सिस्टम्स के जरिए ये स्कैम 50 फीसदी तक कम किए जा सकेंगे.
वॉट्सऐप, ट्रूकॉलर के साथ मिलकर फेक और स्पैम कॉल की पहचान करने के लिए Truecaller की कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस का इस्तेमाल करने वाला है. जिस तरह ट्रूकॉलर पर स्पैम कॉल आने पर रेड कलर का अलर्ट मिलता है, वैसे ही इस फीचर के ज़रिए वॉट्सऐप यूजर्स भी इन फेक कॉल्स (Fake Calls) की पहचान कर सकेंगे. बता दें कि यह नया फीचर वॉट्सऐप के वीडियो और ऑडियो दोनों तरह की कॉल्स के लिए अवेलेबल होगा.
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