झी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ZEE) ने सोनी समूह (Sony Group) से नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 748.7 करोड़ रुपये के समाप्ति शुल्क की मांग की है. समाप्ति शुल्क मांगने की वजह दोनों के बीच में होने वाली मर्जर डील है जिसे रद्द कर दिया गया था. झी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) ने गुरुवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया कि उसने सोनी समूह की दो आर्गेनाईजेशन सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) और बांग्ला एंटरटेनमेंट (BEPL) से समाप्ति शुल्क मांगा है.
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया को अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के नाम से जाना जाता है. विलय सहयोग समझौते (एमसीए) के तहत कल्वर मैक्स और बीईपीएल के उल्लंघनों के कारण झील ने 23 मई 2024 को एक पत्र जारी करके एमसीए को समाप्त कर दिया है. कंपनी ने एमसीए के प्रावधानों के तहत कल्वर मैक्स और बीईपीएल से समाप्ति शुल्क मांगा है.
ZEEL ने कहा, '' एमसीए के तहत कल्वर मैक्स और बीईपीएल अपने दायित्वों को पूरा करने में विफल रहे हैं. इसलिए कंपनी ने एमसीए को समाप्त कर दिया है और कल्वर मैक्स तथा बीईपीएल को समाप्ति शुल्क का भुगतान करने को कहा है जो एमसीए के तहत नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर बैठता है।''
इससे पहले 22 जनवरी 2024 को सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन (एसजीसी) ने कहा था कि ZEEL ने विलय की शर्तों को पूरा नहीं किया और सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) के समक्ष मध्यस्थता कार्यवाही शुरू की और समाप्ति शुल्क के रूप में नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर का दावा किया था.
ZEEL ने एसआईएसी के आगे इसका विरोध किया था. एसआईएसी ने भारतीय प्रसारक के खिलाफ सोनी समूह को कोई भी अंतरिम राहत से इनकार कर दिया. ZEEL और एसपीएनआई ने 22 दिसंबर 2021 को विलय के लिए एक समझौता किया था. राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण की मुंबई पीठ ने 10 अगस्त 2023 को सोनी समूह की इकाइयों कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट और बीईपीणएल के साथ जील के विलय की योजना को मंजूरी दे दी, जिससे 10 अरब अमेरिकी डॉलर की मीडिया इकाई को आकार दिया जाना था. हालांकि, सोनी कॉरपोरेशन ने 22 जनवरी 2024 को समझौते को समाप्त करने की घोषणा कर दी थी.