Anupam Kher reaction on IFFI jury called kashmir files propaganda: भारत के 53 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में जूरी हेड नदाव लैपिड (Nadav Lapid) के 'द कश्मीर फाइल्स' के लेकर दिए बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने फिल्म को 'वल्गर प्रोपेगेंडा' बताया. उनके इस बयान पर अब फिल्म के एक्टर अनुपम खेर का रिएक्शन सामने आया है. जिसमें अनुपमखेर ने इसे प्री-प्लान्ड बताया.
अनुपम खेर ने कहा कि 'हम इसका माकूल जवाब देंगे. प्रलय सही है तो कश्मीरी पंडितों का पलायन भी सही है. यह पूर्व नियोजित लगता है क्योंकि इसके तुरंत बाद टूलकिट गैंग एक्टिव हो गया. उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है. यहूदियों ने होलोकास्ट को झेला है और वह उसी समुदाय से आते हैं. उनके इस तरह के बयान से उन लोगों को भी पीड़ा हुई है जो कई साल पहले इस त्रासदी के शिकार हुए हैं. ईश्वर उन्हें अक्ल दे ताकि वह हजारों लोगों की पीड़ा का उपयोग कर मंच पर अपने एजेंडे को आगे न बढ़ाएं.'
इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट भी किया था जिसमें एक्टर ने लिखा- 'झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों न हो, सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है.' इसके साथ ही अभिनेता ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से अपनी फोटोज़ भी शेयर कीं.
वहीं फिल्ममेकर अशोक पंडित ने जूरी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान पर उन्हें आपत्ति है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, Nadav Lapid ने कश्मीर फाइल्स के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया उस पर कड़ी आपत्ति है. 3 लाख कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार को दिखाना अश्लील नहीं कहा जा सकता. मैं एक फिल्म निर्माता और एक कश्मीरी पंडित के रूप मेंआतंकवाद के पीड़ितों के प्रति इस शर्मनाक एक्ट की निंदा करता हूं.'
एक्टर रणवीर शौरी ने ट्वीट कर उनके इस बयान को 'राजनीतिक अवसरवादिता का शर्मनाक प्रदर्शन' बताया.