Dadasaheb Phalke Award: फिल्म जगत से सबसे बड़े सम्मान यानी दादा साहेब फालके अवॉर्ड का ऐलान कर दिया गया है. इस साल ये अवॉर्ड दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख को मिलेगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बात की जानकारी दी. साहब फाल्के अवॉर्ड्स का आयोजन 30 सितंबर को किया जायेगा.
60-70 के दशक में अपनी खूबसूरती और अभिनय से फैंस के दिलों पर राज करने वालीं आशा पारेख को ये अवॉर्ड एक्ट्रेस को फिल्म इंडस्ट्री में दिए गए योगदान के लिए दिया जाएगा. एक्ट्रेस को 68वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में ये सम्मान दिया जाएगा. आखिरी बार ये अवॉर्ड 2019 में हुआ था, जिसमें साउथ सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया था.
2 अक्टूबर 1942 को आशा का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. गुजराती परिवार में जन्मी आशा ने महज 10 साल की उम्र में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. 1952 में रिलीज हुई फिल्म 'आसमान' में उन्होंने पहली बार बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था. साल 1959 में उन्होंने शम्मी कपूर के अपोजिट फिल्म 'दिल देके देखो' से बॉलीवुड में बतौर लीड एक्ट्रेस के काम किया. जिसने एक्ट्रेस को रातों रात स्टार बना दिया. इसके बाद उन्होंने कभी पलट कर नहीं देखा.
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69 साल के करियर में आशा ने लगभग 95 फिल्मों में काम किया है. साल 1999 में आई फिल्म 'सर आंखों पर' में वे आखिरी बार नजर आई थीं. आशा को 11 बार लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. वहीं 1992 में उन्हें भारत सरकार की ओर से देश के प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया था.