देश की GDP में हर साल हिंदी फिल्में करोंड़ों रुपये का योगदान देती हैं, लेकिन बॉलीवुड के इतिहास में यह पहला मौका है, जब बीते 8 महीने में रिलीज 29 फिल्मों में से 26 या तो फ्लॉप हो गई हैं या डिजास्टर साबित हुई है. आमिर खान (Aamir Khan) की 'लाल सिंह चड्ढा' (Laal Singh Chaddha) , आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की 'डार्लिंग्स' (Darlings) , अक्षय कुमार(Akshay Kumar) की 'रक्षा बंधन' (Raksha Bandhan) और विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) की 'लाइगर' (Liger) को इसी ट्रेंड के कारण बॉक्स ऑफिस पर मायूसी हाथ लगी है. आए दिन हैशटैग बॉयकाट का ट्रेंड शुरू हो जाता है.
बॉयकाट पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
फिल्म प्रदर्शक और वितरक अक्षय राठी ने बताया कि इसमें कोई शक नहीं है, बॉयकाट का प्रभाव तो है. मेरी राय में, इससे फिल्मों के कारोबार का 5-10 प्रतिशत प्रभावित होता है. लेकिन, गौर करने वाली बात यह है कि हमने वास्तव में ऐसी फिल्म नहीं बनाई है जो काफी अच्छी हो और जो दर्शकों के समय और पैसे का सही उपयोग करती हो.
ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने एक इंटरव्यू में कहा कि 'फिल्मों में अगर अच्छा कंटेंट हो तो वो चलती है. साउथ इंडस्ट्री का कंटेंट बहुत स्ट्रॉन्ग होता है. उनकी फिल्में कल्चर से जुड़ी हुई होती हैं. 'पुष्पा', 'KGF', 'RRR' ये फिल्में फुल एंटरटेनर हैं. ऐसे में उन पर बायकॉट का असर नहीं पड़ता'.
किसने दिया रिएक्शन
तो चलिए पहले तो ये जानते हैं कि बॉयकाट ट्रेड पर किसने क्या रिएक्शन दिया. पहले जानते हैं एक्टर अक्षय कुमार की प्रतिक्रिया.
अक्षय कुमार
अक्षय कुमार ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि, फिल्मों को बायकॉट करने की शरारत कुछ लोगों के जरिए की जाती है. एक फिल्म में काफी लोगों की मेहनत और पैसे लगते हैं. देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ता है.
अर्जुन कपूर
अभिनेता अर्जुन कपूर ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू में बायकॉट बॉलीवुड ट्रेंड पर अपने विचार रखते हुए कहा था कि 'फिल्मों को बायकॉट करने का एक ट्रेंड बन गया है. लोग हमारी चुप्पी को कमजोरी समझ कर इसका फायदा उठा रहे हैं. मैंने सोचा था कि इन लोगों को हमारा काम जवाब देगा, लेकिन चीजें हद से ज्यादा बढ़ती जा रही हैं.'
एकता कपूर
टेलीविजन क्वीन के नाम से मशहूर निर्माता एकता कपूर ने भी एक इंटरव्यू में इस ट्रेंड पर अपना पक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि 'यह बहुत अजीब है कि लोग उनका बायकॉट कर रहे हैं, जिन्होंने इस इंडस्ट्री को सालों से सबसे ज्यादा कमाई दी है. इंडस्ट्री के सभी खान्स, खास कर आमिर को कभी बायकॉट नहीं कर सकते'.
करण जौहर
'लाल सिंह चड्ढा' और 'रक्षा बंधन' के बायकॉट के बाद 'ब्रह्मास्त्र' के बहिष्कार होने पर करण जौहर ने इस पर अपनी राय रखी थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे ये सब काफी बचकाना लगता है. मुझे लगता है कि लोगों को पॉजिटिव होना चाहिए.
अनुपम खेर
अनुपर खेर ने कहा था कि 'मुझे नहीं लगता है कि बॉयकाट कल्चर आज से शुरू हुआ. जब से फिल्में बनी हैं तब से कुछ लोगों का ग्रुप हमेशा कहता था कि फिल्म ना चले तो अच्छा है. चाहे तो आप 'कश्मीर फाइल्स' के बायकॉट को क्यों नहीं याद रखते हैं? पूरी दुनिया ने उसे बॉयकॉट करने की कोशिश की थी, लेकिन इसके बावजूद फिल्म को फैंस ने काफी पसंद किया'.
किसको हो रहा फायदा
हमें अक्सर ये जवाब मिलता है कि बॉयकाट का फायदा साउथ की फिल्मों को मिल रहा है. यहां बात बॉलीवुड वर्सेज साउथ की नहीं है. अब फिल्मों का बजट बढ़ गया है. यानी 300 करोड़ के बजट में बनी फिल्म को घाटे से बचाना है तो कम से कम 400 करोड़ रुपये कमाने होंगे और यह अकेले साउथ के सिनेमाघरों के बस की बात नहीं है.
देशभर में करीब 10 हजार स्क्रीन्स हैं. इनमें आधे से अधिक पर हिंदी के दर्शकों का दबदबा है. यानी कमाई करनी है तो हिंदी के दर्शकों में पैठ बनानी होगी. क्योंकि अगर केवल ये कहे कि बॉलीवुड कॉपी कर रहा है तो किसी जमाने में खुद रजनीकांत के डूबते फिल्मी करियर को अमिताभ बच्चन की 11 फिल्मों के रीमेक ने उबारा था.
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