प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी उनके पास मौजूद महंगी कारों के काफिले के बारे में भी जांच करेगी. एल्विश के साथ-साथ ईडी बड़े होटल, रिसॉर्ट और फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ करेगी. नोएडा पुलिस ने हाल ही में एल्विश को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल जमानत पर बाहर है.
एल्विश को इससे पहले इस साल मार्च में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था और सांप के जहर मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. अपनी न्यायिक हिरासत के दौरान एल्विश ने मामले में कथित तौर पर गायक फाजिलपुरिया का नाम लिया था. रिपोर्टों के मुताबिक, एल्विश ने यह भी माना था कि वह सपेरा राहुल सहित सभी गिरफ्तार आरोपियों से अलग-अलग रेव पार्टियों में मिला था और उन्हें जानता भी था.
एल्विश यादव पर नोएडा पुलिस ने 29 एनडीपीएस एक्ट लगाया है. यह एक्ट तब लगाया जाता है जब कोई व्यक्ति नशीली दवाओं से संबंधित साजिश जैसे नशीली दवाओं की खरीद-फरोख्त में शामिल होता है. इस अधिनियम के तहत दर्ज आरोपियों को आसानी से जमानत नहीं मिलती है.
पिछले साल पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) संगठन की शिकायत के आधार पर नोएडा पुलिस ने सेक्टर 51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल पर छापा मारा था और पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. पीएफए ने अपनी एफआईआर में एल्विश का नाम लिया और उन पर रेव पार्टियों का आयोजन करने का आरोप लगाया, जिसमें वे विदेशियों को आमंत्रित करते हैं और जहरीले सांपों की व्यवस्था करते हैं.
सिद्धार्थ यादव उर्फ एल्विश यादव गुरुग्राम के एक लोकप्रिय यूट्यूबर हैं. 'बिग बॉस ओटीटी 2' जीतने के अलावा वह अपने म्यूजिक वीडियो के लिए भी जाने जाते हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. उनके कुछ लोकप्रिय म्यूजिक एल्बम बैड गाइ, सिस्टम, पुंजा दाब, राव साहब, हम तो दीवाने, मीटर खेंच के और बोलेरो है.
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