महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का सोमवार तड़के दिल्ली में उनके घर पर निधन हो गया. उनके निधन पर भारत के कला जगत में शोक है. वह 83 साल के थे. बिरजू महाराज कथक नृत्य परंपरा से जुड़े प्रख्यात लखनऊ घराना से ताल्लुक रखते थे. उनके दादा, पिता, चाचा सभी मशहूर कथक नर्तक रहे थे. लखनऊ घराना के कथक नर्तक नवाब वाजिद अली शाह के दरबार से शुरू हुई कथक परंपरा की विरासत से जुड़े थे. पंडित बिरजू महाराज जी के निधन पर कई सेलेब्स ने गहरा शोक व्यक्त किया.
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माधुरी दीक्षित ने लिखा है 'वो मेरे गुरु थे लेकिन मेरे दोस्त भी थे. उन्होंने मुझे डांस और अभिनय की पेचीदगियां सिखाईं लेकिन अपने मजेदार किस्सों पर मुझे हंसाने में कभी असफल नहीं हुए. उन्होंने एक विरासत भी छोड़ी है जिसे हम सभी आगे बढ़ाएंगे. आपने मुझे नम्रता, शान और शालीनता के साथ नृत्य में जो कुछ भी सिखाया उसके लिए धन्यवाद महाराजजी'
यामी गौतम ने लिखा- 'महान पंडित बिरजू महाराज अपने पीछे एक ऐसा शून्य छोड़ गए हैं जिसे कभी भरा नहीं जा सकता. नृत्य की दुनिया में आपके विशाल योगदान और अपनी कला से मेरे जैसे कई लोगों को प्रेरित करने के लिए धन्यवाद. आपको याद किया जाएगा. पंडित जी, के परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना.
युवराज सिंह ने लिखा-पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ.
भारतीय संस्कृति और प्रदर्शन कला में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. मैं परिवार और शुभचिंतकों की शक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं.
अदनान सामी ने लिखा-महान कथक नर्तक-पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं. हमने प्रदर्शन कला के क्षेत्र में एक अद्वितीय संस्थान खो दिया है. उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है.
मालिनी अवस्थी ने लिखा-आज भारतीय संगीत की लय थम गई. सुर मौन हो गए. भाव शून्य हो गए. कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे. लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई. कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए.आह!अपूर्णीय क्षति है यह.
बिरजू महाराज को 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी.
2012 में विश्वरूपम फिल्म में नृत्य निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 2016 में बाजीराव मस्तानी के 'मोहे रंग दो लाल' गाने की कोरियाग्राफी के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था.