Gufi Paintal Died: 'महाभारत' (Mahabharat) फेम एक्टर गुफी पेंटल (Gufi Paintal) ने 79 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. भले ही गुफी ने अपने करियर में कई फिल्में और कई टीवी शोज किए लेकिन दुनिया आज उन्हें सिर्फ शकुनि मामा के नाम से जानती है. लेकिन हम बताएंगे आपको गुफी पेंटल की खास बातें कि कैसे इंडियन आर्मी से निकलकर हुई थी उनकी एक्टिंग करियर की शुरुआत.
आर्मी
दैनिक भास्कर को दिए एक पुराने इंटरव्यू में गुफी ने बताया था कि, '1962 में जब भारत-चीन युद्ध चल रहा था, तब मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. युद्ध के दौरान भी कॉलेज में सेना की भर्ती चल रही थी. मैं हमेशा सेना में शामिल होना चाहता था. पहली पोस्टिंग चीन सीमा पर आर्मी आर्टिलरी में हुई थी.'
रामलीला में बनते थे सीता
गुफी ने इस इंटरव्यू में आगे बताया कि, 'आर्मी जॉइन करने के बाद वहां मनोरंजन का कोई खास साधन नहीं होता था सिवाय रेडियो के.' उन्होंने बताया कि, 'हम सभी सेना के जवान रामलीला करते थे. जिसमें मैं सीता बनता था, क्योंकि मुझे एक्टिंग का बहुत शौक था और यही से मुझे ट्रेनिंग भी मिली.
मुंबई में मॉडलिंग
गुफी अपने एक्टिंग शौक चलते और अपने भाई कंवरजीत पेंटल के कहने पर 1969 में मुंबई आ गए. यहां आकर उन्होंने मॉडलिंग और एक्टिंग सीखी और कई फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया. इस दौरान उन्हें बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में बतौर कास्टिंग डायरेक्टर काम करने का मौका मिला.
ऐसी हुई थी शकुनि की कास्टिंग
'महाभारत' में असिस्टेंट डायरेक्टर होने के नाते गुफी शकुनि मामा के रोल के लिए किसी नए चेहरे को तलाश कर रहे थे. इसी बीच शो की स्क्रिप्ट राइटर रहे मासूम रजा की नजर गुफी पर पड़ी और उन्होंने गुफी को शकुनि का रोल करने की सलाह दी और इस तरह गुफी लाखों जनता के लिए शकुनि मामा बन गए.
बता दें, गुफी ने अपने फ़िल्मी करियर में 'उमंग', 'लाल पत्थर', 'मेरे अपने', 'जवानी दिवानी', 'बावर्ची', 'पिया का घर', 'परिचय' और अन्य फिल्मों में नजर आ चुके हैं. गुफी काफी समय से किडनी और दिल सम्बन्धी बीमारी से जूझ रहें थे. सोमवार की सुबह 4 बजे उनका निधन हो गया.
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