मॉडल से एक्टर बने अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) ने न केवल अपने अच्छे लुक से बल्कि अपनी एक्टिंग से भी दर्शकों का दिल जीत लिया है. फिल्म 'असम्भव' (Asambhav) में एक स्पेशल एजेंट की भूमिका निभाने से लेकर 'रॉक ऑन!!' (Rock On!!) में गिटारवादक तक, अर्जुन ने कई चैलेंजिंग रोल निभाए हैं. उनकी अपनी खुद की प्रोडक्शन कंपनी भी है, जिसका नाम चेजिंग गणेश फिल्म्स है. जिसके तहत उन्होंने कई फिल्मों का निर्माण किया.
आइए एक नजर डालते हैं अर्जुन रामपाल की पांच लोकप्रिय फिल्मों पर
रा.वन (2011)
अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी एक गेमिंग प्रोग्रामर शेखर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने बेटे और एम्प्लोयर की आलोचना का सामना करने के बाद रा.वन नाम का एक इमेजिनरी कैरेक्टर बनाता है. हालाँकि, गेम में बनाए गए विलन, शेखर की रियल लाइफ में आ जाता है और शेखर को मार देता है. फिल्म में शाहरुख खान ने दोहरी भूमिका निभाई और विलन के रोल में अर्जुन रामपाल ने फिल्म में जान डाल दी है.
राजनीति (2010)
प्रकाश झा के पॉलेटिकल थ्रिलर फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक राजनीतिक परिवार का बेटा समर यूएसए जाने और अपनी प्रेमिका के साथ रहने का विकल्प चुनता है. लेकिन, उन्हें अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने देश लौटना पड़ा और राजनीति में शामिल होना पड़ा. यह फिल्म वर्तमान में लोकतंत्र, भारतीय राजनीति और चुनावों के माहौल को दिखाती है. अर्जुन रामपाल ने जन शक्ति पार्टी के संस्थापक और समर के भाई पृथ्वीराज प्रताप की भूमिका निभाई.
रॉक ऑन (2008)
शुजात सौदागर द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी चार म्यूजिशियन दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक गलतफहमी के कारण झगड़ लेते हैं और अपने बैंड को बड़े स्तर पर ले जाने में नाकामयाब हो जाते हैं. फिर वे सालों बाद मिलते है और अपने बैंड के अधूरे सपने को पूरा करते हैं. यह फिल्म फरहान अख्तर की पहली फिल्म थी और इसमें प्राची देसाई, अर्जुन रामपाल नजर आए थे.
ओम शांति ओम (2007)
फेमस एक्ट्रेस शांतिप्रिया को अचानक लगी आग में बचाने की कोशिश करते समय एक जूनियर फिल्म कलाकार ओम और एक्ट्रेस शांतिप्रिया की मौत हो जाती है. एक्ट्रेस की मौत का कारण उसका पति होता है. फिर पुनर्जन्म लेकर 30 साल बाद एक्ट्रेस की मौत का बदला लेने के लिए ओम निकल पड़ता है. अर्जुन रामपाल ने शांतिप्रिया के पति और एक फिल्म निर्माता मुकेश मेहरा की भूमिका निभाई है, जो शांतिप्रिया को धोखा देता है और आग में जलाकर मार देता है.
फराह खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी.
आंखें (2002)
विपुल अमृतलाल शाह निर्देशित यह फिल्म एक मेहनती बैंक कर्मचारी विजय सिंह राजपूत के बारे में है, जोकि नेत्रहीन है. उसे गलत तरीके से नौकरी से निकाल दिया जाता है. फिर वह बदला लेने के लिए तीन अलग-अलग आदमियों के साथ एक बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने की प्लानिंग करता है.
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