गीतकार और स्क्रिनप्ले राइटर जावेद अख्तर ((Javed Akhtar) हाल में ही एक कार्यक्रम के दौरान अपनी पाकिस्तान यात्रा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कोई भी देश किसी धर्म के आधार पर नहीं बनता, पाकिस्तान तो पहली बात बनना ही नहीं चाहिए था. पाकिस्तान का बनना तर्कपूर्ण नहीं था.
जावेद ने एबीपी न्यूज के इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि, 'जब मैं पाकिस्तान से लौट के आया तो ऐसा लग रहा था, जैसे थर्ड वर्ल्ड वॉर जीत के आया हूं. पाकिस्तान में तो मुझे गालियां भी पड़ रही हैं, लोग कह रहे है कि मुझे वीजा क्यों दिया. लेकिन मैं जिस मुल्क में रहता हूं अगर यहां कोई बात कहने में नहीं डरता तो पाकिस्तान में बोलने से क्यों डरूंगा.'
जावेद ने आगे कहा कि, 'कोई भी धर्म एक देश नहीं बनाता,अगर ऐसा होता तो पूरा मिडिल ईस्ट मिलाकर एक देश होता साथ ही पूरा यूरोप भी एक ही देश में आ जाता. पाकिस्तान का बनना एक गलती थी, लेकिन अब इसे बदल नहीं सकते हैं.'
कार्यक्रम में जावेद ने भारत के हिन्दु राष्ट्र बनने के बात पर कहा कि, 'देखा जाए तो पाकिस्तान में अहमदिया और शिया मुसलमान नहीं हैं क्योंकि उन्हें वहां से रिजेक्ट कर दिया था. आज हम भी वही कर रहे हैं, जो उन्होंने 70 साल पहले किया था. आज आप भी हिंदू राष्ट्र चाहते हैं, मैं तो कहता हूं जो वो नहीं कर सके दुनिया नहीं कर सकी, वो आप क्या करेंगे.'
जावेद अख्तर पाकिस्तान के लाहौर में हुए फैज फेस्टिवल में भाग लेने पहुंचे थे. वहां उर्दू शायर फैज अहमद फैज की याद में 17 से 19 फरवरी तक कार्यक्रम किया गया था.
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