शाहरुख खान (Shah Rukha Khan), अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan), रानी मुखर्जी (Rani Mukerji) और प्रीति जिंटा (Preity Zinta) स्टारर फिल्म 'कभी अलविदा न कहना' (Kabhi Alvida Na Kehna) साल 2006 में आई थी. करण जौहर (Karan Johar) के निर्देशन में बनी इस फिल्म को दर्शकों ने कुछ खास नहीं पसंद किया था.
लेकिन अब करण ने फिल्म को लेकर एक नया इंटरव्यू दिया है. उन्होंने 'द वीक' के साथ बातचीत में कहा अगर वह 'कभी अलविदा न कहना' का रीमेक बनाते हैं तो, वह कुछ चीजें सुधारना चाहेंगे. करण से यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि 'कभी अलविदा न कहना' को अलग तरह से फिल्म का निर्माण करना चाहिए था?.'
करण ने कहा, 'यह एक कठिन सवाल है क्योंकि मैं उस व्यक्ति को चोट पहुंचाऊंगा जिसने इसे बनाया है. करण ने आगे कहा, 'ये उन फिल्मों से है जिसका फैसला इमोशनल होकर लिया जाता है. मैंने बड़े गाने के सेट और बड़े सितारों जैसे कमर्शियल एलिमेंट्स को लाने की कोशिश की, लेकिन यह एक इंटीमेट फिल्म है.'
करण का कहना है कि , 'अगर मैं यह फिल्म दोबारा बना सका तो मैं इसे सही कर दूंगा. लोगों ने आरोप लगाया कि मैंने ‘कभी अलविदा ना कहना’ (2006) के जरिए बेवफाई को सपोर्ट किया, लेकिन मैंने कहा कि आप किसी ऐसी चीज का समर्थन नहीं कर सकते जो पहले ही बिक चुकी हो.’
बता दें, करण पहले ही 'कभी अलविदा ना कहना' को लेकर अफसोस जता चुके हैं. उन्होंने 2016 में एक प्रेस इवेंट में कहा था, 'मुझे लगता है कि हमने इस फिल्म में कई गलतियां कीं और मुझे लगता है कि उस फिल्म में गलतियां पूरी तरह से मेरी हैं.'