Today History 14 July : गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा लीला चिटनिस (Leela Chitnis) को Lux विज्ञापन (Lux Advertisement) के लिए खासतौर से जाना जाता है. लीला चिटनिस 1930 से 1980 के दशक तक सक्रिय रहीं. अपने शुरुआती करियर में उन्होंने एक रोमांटिक लीड के रूप में काम किया, लेकिन उन्हें बाद की भूमिकाओं के लिए ज्यादा याद किया जाता है. इस दौर में उन्होंने प्रमुख कलाकारों की ईमानदार मां की भूमिका निभाई.
लीला चिटनिस का जन्म कर्नाटक के धारवाड़ में एक मराठी भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता इंग्लिश लिटरेचर के प्रोफेसर थे. वह पहली शिक्षित फिल्म अभिनेत्रियों में से एक थीं. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद वह एक थिएटर ग्रुप नाट्यमनवंतर (Natyamanwantar) में शामिल हो गईं. इसमें उन्होंने मराठी भाषा में नाटकों में काम किया. editorji Hindi के इस खास लेख में हम आपको लीला चिटनिस की जिंदगी के बारे में बताएंगे. लीला चिटनिस की निजी जिंदगी (Leela Chitnis Personal life) कैसी रही? लीला चिटनिस ने कितनी शादियां (Leela Chitnis Marriage) कीं? लीला चिटनिस का करियर (Leela Chitnis Career) कैसा रहा? लीला चिटनिस की जिंदगी पर हम इस लेख में जानकारी लेंगे...
1941 का दौर... अखबार के पन्ने पर एक विज्ञापन ने देश में सनसनी मचा दी थी. 1929 में भारत में लॉन्च हुआ LUX साबुन पहली बार अपने ऐड में किसी भारतीय ऐक्ट्रेस को दिखा रहा था... इस विज्ञापन में नजर आने वाली खूबसूरत अदाकारा का नाम था लीला चिटनिस.
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लीला से पहले विदेशी कलाकार ही लक्स के ऐड में दिखाई देते थे. लीला ने सिर्फ लक्स का ऐड ही नहीं किया बल्कि वो किसी भी विज्ञापन पर नजर आईं पहली इंडियन ऐक्ट्रेस भी बनीं... लीला के बाद लक्स के ऐड में Madhubala, Saira Bano, Meena Kumari, Helen, Mala Sinha, Sadhna, Babita, Asha Parekh, Hema Malini, Rekha, Zeenat Aman, Rati Agnihotri, Vidya Sinha, Sridevi, Jaya Prada, Madhuri Dixit, Juhi Chawla, Karisma Kapoor, Rani Mukerji, Amisha Patel, Kareena Kapoor और Tabu भी दिखाई दीं.
फिर ऐश्वर्या राय, प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ भी ऐड में दिखाई दीं. कॉलीवुड और टॉलीवुड से श्रेया शरन ने लक्स को एंडोर्स किया.. शाहरुख खान ऐसे पहले पुरुष अभिनेता बने जिन्होंने लक्स का ऐड किया... बाद में अभिषेक भी इससे जुड़े...
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आज के दिन का संबंध इन्हीं लीला चिटनिस से हैं जिन्होंने बॉलिवुड में सबसे पहले Lux Advertisement किया... 9 सितंबर 1909 को जन्मीं लीला चिटनिस का निधन 14 जुलाई 2003 को हुआ था...
लीला चिटनिस, अपने दौर की जानी-मानी अभिनेत्री थीं... गुजरे जमाने के वे लोग जो आज अपने नाती-पोतों को शायद गोद में खिला रहे हों, लीला चिटनिस का नाम उनके दिलों-दिमाग में जिंदा जरूर होगा. वह एक ऐसी ऐक्ट्रेस रहीं, जिन्होंने LUX का ऐड करके तहलका मचा दिया था. आज उस दौर के लोग उम्र के अलग पड़ाव पर हैं. आज LUX ऐड के बारे में सोचते ही हमारे जहन में ऐश्वर्या राय और करीना कपूर की तस्वीर उभर आती है लेकिन जब लीला ने यह ऐड किया था, तब न तो सोशल मीडिया था और न ही ठीकठाक पब्लिसिटी...
लीला चिटनिस ( Leela Chitnis), बॉलिवुड में उस दौर की ऐक्ट्रेस हैं, जब हिरोइनों को वेश्या जैसा समझा जाता था. गहरें बालों वाली ये अदाकारा 1936 से लेकर 1978 तक करीब 40 फिल्मों में दिखाई दी थी. इसमें उनकी शुरुआती फिल्में बॉम्बे टॉकीज (Bombay Talkies) की थी जिसमें भारतीय परंपराओं को चुनौती दी गई थी. महाराष्ट्र के ब्राह्मण परिवार (Brahmin Family) में पैदा हुईं चिटनिस ने कम उम्र में शादी कर ली थी. जल्दी ही उनके 4 बच्चे भी हो गए.
चिटनिस ने 15 या 16 साल की उम्र में खुद से उम्रदराज शख्स से शादी की और जल्दी ही दंपति के चार बच्चे हो गए. दंपति ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में योगदान भी दिया और एक बार मार्क्सवादी स्वतंत्रता सेनानी मनबेंद्र नाथ रॉय (Manabendra Nath Roy) को शरण देकर गिरफ्तारी का जोखिम उठाया... बाद में पति से मनमुटाव पर उन्होंने अलग होने का फैसला तो किया लेकिन 4 बच्चों की परवरिश एक बहुत बड़ी चुनौती बनकर सामने आ गई. बच्चों की परवरिश के साथ साथ उन्होंने ड्रामा में काम करना भी शुरू किया. तलाक के बाद, उन्होंने एक स्कूली शिक्षिका के रूप में काम किया और उस समय के मेलोड्रामा में अभिनय करना शुरू किया. वह कई फिल्मों में दिखाई दीं, और एक प्रमुख स्टूडियो, बॉम्बे टॉकीज़ में जाने के लिए बॉम्बे यूनिवर्सिटी की पढ़ाई की. क्योंकि स्टूडियो सिर्फ कॉलेज ग्रेजुएट्स को ही काम पर रखता था.
लीला चिटनिस की पहली शादी कम्युनिस्ट लीडर Gajanan Yashwant Chitnis से हुई थी. चिटनिस से तलाक लेकर कुछ साल बाद उन्होंने प्रॉड्यूसर-डिस्ट्रिब्यूटर सी आर ग्वालानी से शादी की. ग्वालानी ने रुपयों को शराब में पानी की तरह बहाया और नई फिल्मों कॉन्ट्रैक्ट में लेन-देन को लेकर लीला के साथ धोखा किया. हालात ऐसे बने कि लीला का ग्वालानी से भी तलाक लेना पड़ा. बाद में उन्होंने पूंजीपति चंद्रशेखर आर्या से तीसरी शादी की. यह रिश्ता भी ज्यादा दिन नहीं चला. तीन शादियों के बाद भी वह अपने पहले पति के सरनेम से ही जानी जाती रहीं.
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निजी जिंदगी में झूठे आडंबर, दिखाने से दूर रहकर फिल्मी पर्दे पर सहजता से अभिनय करने वाली चिटनिस ने अपने 6 बच्चों को असीम प्यार देने की पूरी कोशिश की. सच ये भी है कि उनका फिल्मी करियर कितनी ही बुलंदी पर क्यों न रहा हो, दांपत्य जीवन कभी सुखमय नहीं रहा.
चिटनिस का जन्म 9 सितंबर 1909 को बॉम्बे के पास एक छोटे से शहर में हुआ था. उनके पिता एक अंग्रेजी प्रोफेसर थे, जिन्होंने जाति को खारिज करने वाले धार्मिक आंदोलन ब्रह्म समाज का पालन किया था... ड्रामा करने के बाद जब लीला ने फिल्मों में काम करना शुरू किया, तो काफी बवाल हुआ. हालांकि पढ़ी-लिखी लीला ने किसी की फिक्र नहीं की. वह एक मजबूत, निडर महिला थीं. 40 के दशक में महिलाओं को आजादी नहीं थी और न ही फिल्मों में काम करना अच्छा समझा जाता था. लीला को बतौर एक्ट्रेस पहली बार फिल्म 'जेंटलमैन डाकू' (Gentleman Daku) में काम करने का मौका मिला. इसके बाद 1936 में आई फिल्म 'छाया' (Chhaya Movie) में उनके काम को सराहा गया और उन्हें पहचान मिली.
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लीला चिटनिस इस कदर बदल गई कि 'लक्स' साबुन के मेकर्स ने उनकी शोहरत पर पैसा लगाने का फैसला किया. विज्ञापन फिल्म में खूबसूरत बड़ी आंखों वाली लीला के चेहरे का इस्तेमाल किया गया. इस तरह वह 'लक्स' के विज्ञापन में आने वाली पहली भारतीय महिला अभिनेत्री बनीं, वरना पहले 'लक्स' के विज्ञापन में अंग्रेजी फिल्मों की अभिनेत्री का दबदबा था.
लीना चिटनिस एक मशहूर एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने करियर के साथ-साथ मां का रोल भी किया. मराठी भाषा में उनकी आत्मकथा 'चंदेरी दुनियेत' (Chanderi Duniyet) आई, जिसे पढ़कर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लीना ने किन संघर्षों से अपने करियर को आगे बढ़ाया... अगर वह आज के दौर में होतीं तो उनके बच्चों की खबरें तैमूर या आराध्या से कम चर्चित नहीं होतीं... चिटनिस के बेटे मानवेंद्र चिटनिस ने 2003 में द न्यूयॉर्क टाइम्स (The New York Times) को बताया था कि उस दौर में जो भी महिलाएं ऐक्टिंग करती थीं, उन्हें वेश्या जैसा माना जाता था. इसलिए ब्राह्मण जाति में पैदा हुआ चिटनिस को उन्हीं के समाज ने अलग थलग कर दिया था. बेटे ने कहा कि मां ने कभी इसकी परवाह नहीं की... न ही वह पूर्वाग्रह को लेकर कभी शर्म महसूस नहीं की...
'चंदेरी दुनियेत' (Chanderi Duniyet) में लीला कहती हैं- 'बॉम्बे टॉकीज' की फिल्मों में काम शुरू करने से पहले मेरा चौथा बेटा राज पैदा हुआ था. तब से मुझे तनाव और द्वंद का अहसास होने लगा. पहले भी मैं फिल्मों में काम कर रही थी लेकिन उस समय मेरे घर में सरजाबाई नाम की एक महिला थी जो बच्चों को पालती थी लेकिन देर-सबेर जब वह अपनी बेटी और दामाद के पास गई तो ऐसा लगा मेरा बड़ा साथी भी चला गया हो. घर में नौकरों की कमी नहीं थी लेकिन ममता को पालने वाला कोई नहीं था. जब मैं थक कर घर लौटती तो 7 साल का अजीत, 6 साल की मीना, 4 साल की बीना एक दूसरे की शिकायत करने लगतीं.
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'हालात यह थी कि जब मैं स्टूडियो में शूटिंग कर रही होती तो अक्सर ही आया घबराकर फोन करती और कहती कि मैडम मैं क्या करूं... बच्चे बुरी तरह शिकायत कर रहे हैं. आमतौर पर मैं फोटोशूट में व्यस्त रहती थी और बात नहीं कर पाती थी, लेकिन आया की आवाज के साथ साथ पीछे से बच्चों के झगड़ने की आवाजें भी आती थीं... उन्हें फोन पर बुलाकर मनाने की कोशिश करती तो वे सेट पर आ सकते थे, लेकिन घर में बच्चों पर ही ध्यान लगा रहता... समय बीतने के साथ मैं और परेशान रहने लगी और बच्चों को बोर्डिंग स्कूल भेजने का फैसला किया...
इस तरह लीला अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ-साथ अपने फिल्मी करियर में भी सक्रिय रहीं. हिंदी सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कंगन' मानी जाती है, जिसमें अशोक कुमार (Ashok Kumar) और लीला चिटनिस ने अभिनय किया था. इस फिल्म के बाद अशोक और लीला की जोड़ी सफल हुई. दोनों ने कई फिल्मों में साथ में काम किया. उन्होंने जल्द ही अशोक कुमार के साथ तीन हिट फिल्में - '' कंगन, '' '' बंधन '' और '' झूला '' बनाई. अशोक कुमार आगे चलकर इंडस्ट्री में बड़ा नाम बने. कुछ ही वक्त में वह मां के रोल को एंजॉय करने लगीं. कहा जाता है कि लीला ने मां के रोल में इतना खूबसूरत काम किया कि माना जाने लगा कि वह मां के रोल के लिए ही बनी हैं. चिटनिस ने 1948 में देशभक्ति फिल्म ''शहीद'' से मां की भूमिका निभानी शुरू की. द हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, उनकी सबसे खास भूमिका ''आवारा'' (1951) में थी. 1950 और 60 के दशक में मां के कैरेक्टर ने भी उन्हें शोहरत दी. इन भूमिकाओं में, वह सुनहरे रिम वाले चश्मे और सफेद साड़ियों में दिखाई देती थीं. उनकी यादगार फिल्म 1951 में आई 'THE VAGABOND' भी रही
लीला ने फिल्म भी बनाई थी, जिसकी डायरेक्टर और प्रोड्यूसर वह खुद थीं. लंबे समय तक फिल्मों का हिस्सा रहीं दिग्गज अभिनेत्री आखिरी बार 1987 में फिल्म 'दिल तुझको दिया' में नजर आई थीं. फिल्म के बाद वह अपने बेटे के साथ अमेरिका चली गईं. चिटनिस ने लीड लेडी से लेकर कैरेक्टर हिरोइन तक की भूमिका निभाई. हालांकि चिटनिस ने लाखों डॉलर कमाए लेकिन उनकी नाकाम दूसरी शादी, बच्चों के मेडिकल बिल और कई बिजनेस में नाकामी की वजह से ये पैसे भी खत्म हो गए. 1980 में अमेरिका जाने के बाद उन्होंने बेबी सिटर, हाउसकीपर और लाइब्रेरियन के तौर पर भी काम किया. 14 जुलाई 2003 को अमेरिका में ही लीला की मौत हो गई...
चलते चलते आज की दूसरी घटनाओं पर एक नजर डाल लेते हैं
1789: फ़्रांसिसी क्रांति (French Revolution) की शुरुआत आज ही के दिन हुई थी
1853: आज ही के दिन न्यूजीलैंड में पहले आम चुनाव (1853 New Zealand general election) हुए थे
1909: केरल के पहले मुख्यमंत्री ई. एम. एस. नमबूद्रिपाद (E. M. S. Namboodiripad Birth) का जन्म हुआ था
1987: ताइवान में 37 वर्षों के सैनिक शासन (Taiwan Military Rule) का अंत हुआ था
(इस आर्टिकल के लिए रिसर्च मुकेश तिवारी @MukeshReads ने किया है)