Happy Mahashivratri 2024: आज 8 मार्च 2024 को पूरे देश में महा शिवरात्रि मनाई जा रही है. हिन्दू अपने अराध्य भगवान शिव का ध्यान लगा रहे हैं. देश भर के अलग-अलग मंदिरों में भोलेनाथ का गंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक किया जा रहा है. भक्त प्रार्थना, मंत्रों का जाप, उपवास, ध्यान और पूरी रात जागकर गीत गाकर इस उत्सव को मना रहे हैं.
महाशिवरात्रि का अर्थ होता है शिव की रात्रि. देश भर के अलग-अलग मंदिरों में भोलेनाथ का गंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक किया जा रहा है. इस खास मौके पर उज्जैन से लेकर हरिद्वार पर भक्तों की भीड़ उमर पड़ी है. भक्त अपने अराध्य के एक दर्शन मात्र की कोशिश में लगे हैं.
जगह-जगह में शिव हैं हर जगह में शिव हैं
हैं वर्तमान शिव और भविष्य भी शिव हैं!
भक्त सुबह ही स्नान करके पूजा के लिए तैयार हो जाते हैं. भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए दूध और फूल जैसे प्रसाद के साथ मंदिरों में जाते हैं. शिवरात्रि हिंदू कैलेंडर के 'फाल्गुन' महीने में अमावस्या के 14वें दिन आता है. ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन जो कोई सच्चे मन से भोलेनाथ और मां गौरी की पूजा और व्रत करता है. उसके वैवाहिक जीवन सुखद रहता है और पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत रहता है.
जगह-जगह में शिव हैं हर जगह में शिव हैं
हैं वर्तमान शिव और भविष्य भी शिव हैं!
बात अयोध्या की करें तो महा शिवरात्रि पर 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आज सरयू स्नान कर नागेश्वर नाथ महादेव का अभिषेक कर रहे हैं. 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली महा शिवरात्रि हैं. इसलिए राम भक्तों में इस महा पर्व को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भक्त रामलला का दर्शन करने उनके दरबार में भी पहुंच रहे हैं. सुबह के 3 बजे से भक्त अभिषेक के लिए लाइन में लगे हैं.
शिव का जलाभिषेक गंगाजल, साफ जल, दूध, पंचामृत से किया जाता है. इसमें जल, कच्चा दूध, शहद, चंदन, घी, दही, बेलपत्र, भांग, शक्कर, केसर , धतूरा, रुद्राक्ष, अक्षत और भस्म का उपयोग किया जाता है.
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