तमिल की फेमस प्लेबैक सिंगर उमा रामानन अब हमारे बीच नहीं रही. 1 मई को उन्होंने चेन्नई में आखिरी सांस ली. वो सालों से कंपोजर इलैयाराजा के साथ काम कर रही हैं. उन्होंने इलैयाराजा के साथ 100 से अधिक गानों में काम किया.
उन्होंने 1977 में 'श्री कृष्ण लीला' के एक गाने से गायिका के रूप में अपनी शुरुआत की. उन्होंने इसे अपने पति एवी रामानन के साथ गाया था. इसके साथ ही उन्होंने 35 सालों में 6,000 से अधिक सिंगिग इवेंट में अपने परफॉर्मेंस भी दिया था और आज उनके निधन पर पूरा इंडस्ट्री शोक मना रहा है.
तमिल सिनेमा में कई यादगार गाने गाने वाली गायिका के परिवार में उनके गायक-पति एवी रामानन और उनके बेटे विग्नेश रमनन हैं. उनके निधन के पीछे का कारण अभी भी पता नहीं चला है. उनके अंतिम संस्कार की अधिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
तमिल फिल्म 'निज़ालगल' से उमा रामानन की 'पूंगथावे थाल थिरावई' ने उन्हें ध्यान आकर्षित करने में मदद की. इससे उनके करियर को बहुत जरूरी पहचान मिली. इलैयाराजा के अलावा, उन्होंने संगीतकार विद्यासागर, मणि शर्मा और देवा के लिए भी गाने गाए.
इलैयाराजा के लिए उन्होंने कुछ फेमस गाने 'थूरल निन्नु पोच्चू' से 'भूपालम इसाइक्कम', 'पन्नेर पुष्पंगल' से 'आनंधा रागम', 'थेंद्रेल एन्नाई थोडु' से 'कनमनी नी वारा', 'ओरु कैधियिन डेयरी' से 'पोन्न माने' गाए हैं. उन्होंने 1977 में 'श्री कृष्ण लीला' के एक गाने से गायिका के रूप में अपनी शुरुआत की.
उन्होंने इसे अपने पति एवी रामानन के साथ गाया था. उमा रामानन का आखिरी गाना विजय की 'थिरुपाची' के लिए 'कन्नुम कन्नुम्थान कलंदाचू' था. मणि शर्मा द्वारा रचित इस गीत को उन्होंने हरीश राघवेंद्र और प्रेमजी अमरेन के साथ गाया था.
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