प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने भारतीय फिल्म उद्योग में झूठे ब्यूटी स्टैंडर्स के बारे में बात की और कहा कि झूठे ब्यूटी स्टैंडर्स पर एक हेल्दी बातचीत होनी चाहिए. प्रियंका चोपड़ा ने 'कॉल हर डैडी' पोडकास्ट इंटरव्यू में शेयर किया कि, 'लाइट स्किन टोन होने का मतलब सुंदर होना है और मैंने विज्ञापनों के जरिए इस विचार का समर्थन किया है.'
प्रियंका ने कहा, 'एंटरटेनमेंट में नैरेटिव हमारी इंडस्ट्री सेट करती है. मेरे मन में छोटी उम्र से ही ये सारी बातें बैठ गईं, क्योंकि टीवी ऐड में यही सब दिखाया जाता था. इसलिए, आगे चलकर मैं भी ऐसे ऐड्स का हिस्सा बनी. ये वाकई मेरे लिए बहुत नॉर्मल बात थी, क्योंकि मुझे हमेशा से बताया गया कि मैं जितनी हल्की थी, उतनी ही सुंदर भी.
प्रियंका ने आगे कहा कि, 'जब उन्होंने लगभग दो दशक पहले फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की थी, तब झूठे ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई थी और इंडस्ट्री में लोगों के लिए दूसरों से एक विशेष आकार और रंग के बारे में पूछना सामान्य बात थी.'
उन्होंने जारी रखते हुए कहा, 'जब मैं पहली बार 20 साल पहले इंडस्ट्री में शामिल हुई थी, तो हमसे उम्मीद की जा थी कि आप पतले हों और आपकी पेल्विक बोन हो (खास आकार का कंधा).किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप वहां तक कैसे पहुंचे हैं.'
प्रियंका ने कहा, 'अपको हमेशा परफेक्ट दिखना चाहिए, वर्ना आप सुंदर नहीं हैं. फैशन और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग बताने लगते हैं कि आपके लिए कितना बॉडी वेट सही है. वो आपको याद दिलाते हैं कि आपके लिए किस तरह का ड्रेस साइज बेहतर होगा. ये सब कुछ अभी भी हो रहा है, मगर दरवाजे के पीछे.'
ये भी देखें : Alia Bhatt On Nepotism: आलिया ने दी नेपोटिज्म पर प्रतिक्रिया, कहा- मैं मानती हूं कि ये मेरे लिए आसान था