बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी (Rani Mukerji) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने गर्भपात (Abortion) के दर्द के बारे में खुलकर बात की और अपनी बेटी आदिरा (Adira) को भाई-बहन न दे पाने का दर्द बयां किया है.
रानी ने यह भी बताया कि उनकी उम्र ने उनके गर्भपात में खास रोल निभाया है. वह आदिरा को एक चमत्कारिक बच्ची के रूप में देखती है और उसके पास जो कुछ भी है उसके लिए आभारी महसूस करती हैं.
रानी मुखर्जी ने शेयर किया कि मदरहुड पर आधारित फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' (Mrs. Chatterjee vs Norway) के ऑफर से ठीक पहले, कोविड के दौरान उनका गर्भपात हो गया था.
रानी ने गलाटा इंडिया को बताया कि 'मैंने अपने दूसरे बच्चे के लिए सात साल तक कोशिश की. मेरी बेटी अब 8 साल की है. उसके तुरंत बाद, मैंने अपने दूसरे बच्चे के लिए कोशिश की. फिर आख़िरकार मैं गर्भवती हो गई, और फिर मैंने उस बच्चे को खो दिया. जाहिर तौर पर, यह मेरे लिए एक परीक्षा का समय था.'
'यह वह उम्र नहीं है, जब मैं दूसरा बच्चा पैदा कर सकूं. और यह मेरे लिए दुखद है कि मैं अपनी बेटी को भाई-बहन नहीं दे सकती. इससे मुझे सचमुच दुख होता है. लेकिन मैं उन माता-पिता को देखती हूं जो एक बच्चे के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. इसलिए मुझे लगता है कि मेरे पास जो कुछ है उसके लिए मुझे आभारी होना चाहिए.
रानी ने आगे कहा, 'यह एक कहावत है, लेकिन वास्तव में इस पर काम करने और यह विश्वास करने के लिए कि आपके पास जो कुछ भी है उसके लिए आपको आभारी होना चाहिए, इसके लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है. जो आपके पास है बस उसी में संतुष्ट रहना.'
रानी और उनके पति, फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा ने 9 दिसंबर, 2015 को अपनी बेटी आदिरा का स्वागत किया. उन्होंने जानबूझकर आदिरा को पैपराज़ी और सोशल मीडिया सहित जनता के ध्यान से दूर रखा है.
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