एक्टर शारिब हाशमी (Sharib Hashmi) ने हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ खुलासा किया है कि उन्हें ऑडिशन देने के लिए अपनी पत्नी के गहने बेचने पड़े थे. शारिब हाशमी को हाल ही में 'तरला' (Tarla) में देखा गया हैं. जिसमें उन्होंने हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) के पति की भूमिका निभाई है.
शारिब की शादी 2003 में हुई और 2009 में उन्होंने फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाने के लिए एमटीवी में इन-हाउस राइटर की नौकरी छोड़ने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने लगतार ऑडिशन देने पड़े. उन्हें आमिर खान स्टारर फिल्म 'धोबी घाट' से रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. लेकिन उन्होंने अपनी जिद्द को कायम रखा और नौकरी छोड़कर ऑडिशन देते रहें.
ऑडिशन के साथ शारिब का संघर्ष
एक्टर ने कहा, 'मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी लेकिन मेरे ऊपर बीवी बच्चों की जिम्मेदारियां थी. मेरी सेविंग्स खत्म होने को आ गई थी, और मुझे दोस्तों से कर्जा लेना पड़ रहा था. एक समय तो ऐसा आया कि मुझे सोचना पड़ता था कि आज बच्चों को क्या खिलाऊं. लेकिन मेरी पत्नी ने मेरा साथ दिया उसने मुझे सपोर्ट करने के लिए अपने सारे गहने बेच दिए.'
फिर करनी पड़ी नौकरी
शारिब ने बताया कि यह सिलसिला तीन साल तक चलता रहा. मैंने फिर से नौकरी करने का फैसला किया और सोनी टीवी के शो के लिए स्क्रिप्ट लिखना शुरू किया. मैंने मेहरूनी नाम की एक शार्ट फिल्म में काम किया और इस तरह मुझे अपनी पहली फिल्म मिली - 'जब तक है जान'.
शारिब ने तब कहा कि शानू शर्मा ने फिल्म देखी और उन्हें शाहरुख खान-अनुष्का शर्मा-कैटरीना कैफ-स्टारर 2012 फिल्म के लिए कास्ट किया. इसके अलावा शारिब को वेब सीरीज 'फैमिली मैन' और 'स्कैम' में देखा गया है.
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