कर्नाटक के दिग्गज म्यूजिशियन और सिंगर केजी जयन का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने मंगलवार सुबह केरल के एर्नाकुलम जिले के त्रिपुनिथुरा में अपने घर पर अंतिम सांस ली. उनके बेटे और एक्टर मनोज के जयन ने खुलासा किया कि उनके पिता स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहे थे और विभिन्न बीमारियों का इलाज करा रहे थे.
संगीत में जयन के योगदान के लिए उन्हें केरल संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और हरिवरासनम पुरस्कार से नवाजा गया था. वही साल 2019 में भारत सरकार ने उनके इस शानदार काम के लिए देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार बुधवार को होगा. मनोज के अलावा जयन के एक और बेटे बीजू के जयन हैं. उनकी पत्नी सरोजिनी का कुछ साल पहले निधन हो गया था.
केजी जयन का जन्म 21 नवंबर, 1934 को कोट्टायम में गोपालन थंत्री और नारायणीम्मा के घर हुआ था. जया-विजया के भक्ति ट्रैक विशेष रूप से भगवान अयप्पा को समर्पित ट्रैक को महत्वपूर्ण प्रशंसा मिली और जयन की संगीत विरासत में 1,000 से अधिक रचनाए. शामिल हैं. उनकी कुछ सदाबहार रचनाओं में 'अय्यनु थुनायय,' 'विष्णुमायिल पिरन्ना', 'मामला वाज़हुम', 'श्रीकोविल नाडा थुरान्नु', 'सरणामय्याप्पा स्वामी सरनमयप्पा', 'अय्यप्पन थिनथाकाथोम' और 'मालामुकलिल वाज़ुम देवा' शामिल हैं.
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