संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. किसान मोर्चा ने इसे भटकाने वाले प्रस्ताव बताया है. किसानों का कहना है कि उन्हें MSP कानून से कम कुछ मंजूर नहीं है. किसान बोले- 'सरकार की बातचीत में पारदर्शिता नहीं. किसान अब 21 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करेंगे.'
बता दें कि रविवार रात को केंद्र सरकार ने किसानों के सामने फसलों के विविधीकरण का प्रस्ताव रखा था, जिसके तहत अलग-अलग फसलें उगाने पर उन्हें एमएसपी पर ख़रीदने की बात कही थी. बता दें कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच रविवार देर रात हुई चौथे दौर की बैठक बेनतीजा रही थी. इस बैठक में किसानों के 14 प्रतिनिधि और केंद्र सरकार के तीन मंत्री शामिल हुए थे. इनके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी बैठक में मौजूद रहे थे. हालांकि, बैठक में शामिल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस बैठक को सकारात्मक बताया था.
किसान संगठनों और इन तीनों केंद्रीय मंत्रियों के बीच इससे पहले तीन बैठकें हो चुकी हैं. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. ये बैठकें आठ, 12 और 15 फरवरी को चंडीगढ़ में ही हुई थीं.
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