अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम ज़ोरो पर चल है, गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि "ऐसे किसी भी व्यक्ति जिनके साथ संवैधानिक प्रोटोकॉल है, उनसे अनुरोध है कि वे 'प्राण प्रतिष्ठा' के दिन अयोध्या न आएं... मुख्यमंत्रियों, राज्यपाल, राजदूत और जिनके साथ संवैधानिक प्रोटोकॉल है, हम 22 जनवरी को उनकी देखभाल नहीं कर पाएंगे और स्थानीय प्रशासन भी ऐसा नहीं कर पाएगा.
इससे पहले बुधवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी थी कि 'संपूर्ण मंदिर निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा और 22 जनवरी 2024 को रामलला विराजमान हो जाएंगे. उसके बाद एक तरफ देश-दुनिया के राम भक्त अपने आराध्य का दर्शन पूजन करेंगे तो वहीं दूसरी तरफ मंदिर का निर्माण चलता रहेगा'.
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