हाथरस जिले में भगदड़ के दौरान अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने की वजह से हुई जिसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ. पोस्टमार्टम के लिए पड़ोसी जिले एटा में भेजे गए शवों की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है जिसकी जानकारी एक सीनियर डॉक्टर ने दी.
एटा के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम मोहन तिवारी ने बताया, ‘‘यहां लाए गए 27 शवों में से 19 का पोस्टमार्टम हो चुका है जबकि कर्मचारी आधी रात के आसपास 20वें शव का पोस्टमार्टम करने की तैयारी कर रहे थे.’’
हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को हुई भगदड़ के बाद एटा के जिला अस्पताल के शवगृह में 27 शव लाए गए थे जबकि कुछ शवों को अलीगढ़ सहित आसपास के इलाकों के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया. राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार घटना में 121 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि छह शवों की पहचान होना बाकी है. लगभग सभी मामलों में मौत का कारण दम घुटना पाया गया और मृतकों में अधिकांश 40-50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं हैं.
अस्पताल की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने बताया कि जिले में औसतन प्रतिदिन चार से पांच शवों के पोस्टमार्टम किए जाते हैं, लेकिन मंगलवार को शवों की संख्या औसत से ‘‘काफी अधिक’’ थी, जिसके कारण अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों को नियमित समय से अधिक काम करना पड़ा.
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