Dowry System: बिहार समेत देश के कई हिस्सों में आज भी दहेज प्रथा है. लेकिन पश्चिमी चंपारण ज़िले (Champaran) में रहने वाले थारू क्मयूनिटी (Tharu Community) के युवा मिसाल पेश कर रहे हैं. इस कम्युनिटी के युवा अपनी शादी में ना तो दहेज की मांग करते हैं और ना ही स्वीकार करते हैं.
वहीं अगर इस सामाजिक बुराई का कोई मामला सामने आता है, तो दोषी परिवार को सोशल बॉयकॉट का सामना करना पड़ता है और साथ ही गंभीर दंड भी दिया जाता है.
थारू समुदाय में शादी को भगवान का कार्य माना जाता है और शादी के समय दूल्हा और दुल्हन दोनों की पूजा की जाती है.
रूढ़िवादी हिंदू परिवारों की प्रथा से उलट, दूल्हे के घरवाले होने वाली दुल्हन के घर जाते हैं और बातचीत करते हैं. अगर शादी तय हो जाती है तो इसके लिए मात्र 5 या 11 रुपये की टोकन राशि दी जाती है.
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