Dussehra 2023: विजयदशमी यानि कि दशहरा हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. पूरे देश में इस दिन रावण का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया जाता है.
आज हम आपको जयपुर के एक ऐसे परिवार की कहानी बताएंगे जो मुस्लिम समुदाय से होने के बावजूद पिछले 65 सालों से रावण का पुतला बनाते आ रहे हैं.
इस साल रावण का पुतला बनाने वाले कलाकार चांद बाबू ने ANI को बताया कि उनके दादा रावण बनाया करते थे और बचपन में वो अपने दादा के साथ आया करते थे जिस दौरान उन्होंने रावण बनाने की कला को सीखा.
चांद बाबू के दादाजी के देहांत के बाद उनके ताऊ जी, पिता जी और छोटे ताऊजी ने यहां रावण बनाने का काम किया और अब वो अपनी पीड़ी के इस रावण बनाने के काम को आगे बढ़ा रहे हैं.
यह हर बार 120 फ़ीट का रावण बनाते हैं और उसके साथ 90 फ़ीट का कुंभकरण बनाते हैं. इसको बनाने में लगभग 10 लाख रूपए का खर्चा आता है.
इस रावण को बनाने में 45 दिन का समय लगता है.
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