एक समय था जब सफेद बालों को बुढ़ापे की निशानी कहा जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. आजकल के खराब लाइफस्टाइल के कारण बाल कम उम्र में ही सफेद होने लगते हैं. इसका कारण बालों की सही तरीके से देखभाल न करना है. कुछ आदते हैं, जिनके कारण छोटी उम्र में बाल सफेद हो जाते हैं.
हेयर कलरिंग ट्रेंड बन चुका है. हेयर कलरिंग के कारण न केवल बाल डैमेज हो जाते हैं बल्कि यह ट्रीटमेंट सफेद बालों का कारण भी बनता है. हेयर कलरिंग के लिए आप नैचुरल चीजों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इनमें मेहंदी, चुकंदर और कॉफी जैसी चीजें शामिल हैं.
आजकल ज्यादातर चीजें केमिकल से बनी होती हैं. केमिकल के कारण स्किन और बाल दोनों खराब हो जाते हैं. इसलिए आपको हेयर केयर प्रोडक्ट्स खरीदने से पहले ध्यान रखना चाहिए. बालों में केमिकल वाले प्रोडक्ट्स लगाने से भी कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगते हैं.
बालों को स्ट्रेट करने के लिए स्मूदनिंग और रिबॉन्डिंग जैसे ट्रीटमेंट किए जाते हैं. ये ट्रीटमेंट लंबे समय तक नहीं चलते हैं. साथ ही, इनके कारण बालों को बेहद नुकसान पहुंचता है. इन ट्रीटमेंट के कारण बाल न केवल टूटने लगते हैं बल्कि सफेद भी हो जाते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इस ट्रीटमेंट में केमिकल बेस्ड क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है.
अगर आप चाहते हैं कि आपके बाल कम उम्र में सफेद न हो तो हेयर ऑयलिंग करें. बालों में तेल लगाने से यह मजबूत होते हैं. साथ ही, नारियल का तेल बालों को काला बनाए रखने का काम करते है. इसके अलावा, बालों में नैचुरल चीजों का इस्तेमाल करें. सही हेयर केयर रूटीन फॉलो करना न भूलें.
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