Grey Hair because of Hair Coloring: अगर आपको भी ऐसा लगता है कि बालों को कलर करने से बाल सफेद हो जाते हैं तो आप गलत हैं. ऐसा डर्माटॉलोजिस्ट डॉक्टर जुश्या सरीन (Dermatologist Dr. Jushya Sarin) का कहना है. उनके अनुसार ग्रे हेयर का कलरिंग के कोई लेना देना नहीं होता.
उनके अनुसार जेनेटिक्स, बहुत ज़्यादा स्ट्रेस (Stress) लेना और न्यूट्रिशन की कमी से बालों का रंग सफेद हो सकता है. उन्होंने कहा कि बालों को कलर करने से हैयर फॉलिकल पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि यह स्कैल्प के काफी नीचे होते हैं.
बालों का रंग जेनेटिक्स पर आधारित होता है. अगर आपके परिवार के सदस्यों के जल्दी ग्रे हेयर हो गए है तो यह जेनेटिक फैक्टर हो सकता है.
सामान्य रूप से उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों का रंग बदलने लगता है. यह नेचुरल एजिंग प्रोसेस का हिस्सा है जिसे आप कलर करके टेम्पररी रूप से मास्क कर सकते हैं.
बालों का रंग मेलेनिन नामक पिग्मेंट के प्रजेंस पर निर्भर करता है. जब मेलेनिन प्रोडक्शन कम हो जाता है तब बाल ग्रे हो जाते हैं. इसमें कोई डायरेक्ट कनेक्शन हेयर कलर करने से नहीं होता.
बालों को कलर करने में उसे होने वाले कैमिकल्स का डायरेक्ट कनेक्शन ग्रे हेयर होने से नहीं है. लेकिन कुछ लोगों को लगता है की ज़्यादा हेयर कलर करने से बाल वीक हो जाते हैं और इससे ब्रेकेज होती है.
कुछ केसेस में ग्रे हेयर का कारण विटामिन बी12C, आयरन और कॉपर की कमी भी हो सकती है. आपको अपने डाइट में सही नुट्रिएंट्स को शामिल करना ज़रूरी है.
अधिक तनाव, ज्यादा टेंशन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी बालों के रंग पर असर डाल सकते हैं. इससे डायरेक्टली हेयर कलर से कनेक्शन नहीं होता लेकिन ओवरआल हेल्थ इम्पैक्ट होती है.
प्रदूषण और एनवायर्नमेंटल कंडीशंस से भी बालों पर असर पड़ सकता है. लेकिन यह ग्रे हेयर होने का डायरेक्ट कारण नहीं होता.
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