Grey Hair: सफेद बाल मत तोड़ो, और सफेद बाल आ जाएंगे! ये बात तो आपने कहीं ना कहीं सुनी जरूर होगी. आइये जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है.
दरअसल हेयर फॉलिकल में बनने वाले मेलेनिन की वजह से बाल काले होते है और बढ़ती उम्र, गलत खानपान, स्ट्रेस, केमिकल का ज्यादा इस्तेमाल और जेनेटिक कारणों की वजह से मेलेनिन का बनना कम हो जाता है, जिसकी वजह से बाल सफेद होने लगते हैं.
वहीं सफेद बाल के टूटने से मेलेनिन पर कोई असर नहीं पड़ता. इसलिए ये मानना, कि सफेद बाल तोड़ने से बाल और सफेद हो जाएंगे, ये गलत है
बालों का रंग जेनेटिक्स पर आधारित होता है. अगर आपके परिवार के सदस्यों के जल्दी ग्रे हेयर हो गए है तो यह जेनेटिक फैक्टर हो सकता है.
सामान्य रूप से उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों का रंग बदलने लगता है. यह नेचुरल एजिंग प्रोसेस का हिस्सा है.
बालों का रंग मेलेनिन नामक पिग्मेंट के प्रजेंस पर निर्भर करता है. जब मेलेनिन प्रोडक्शन कम हो जाता है तब बाल सफेद हो जाते हैं.
कुछ केसेस में ग्रे हेयर का कारण विटामिन बी12C, आयरन और कॉपर की कमी भी हो सकती है. अपने डाइट में सही नुट्रिएंट्स को शामिल करना ज़रूरी है.
अधिक तनाव, ज्यादा टेंशन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी बालों के रंग पर असर डाल सकते हैं.
प्रदूषण और एनवायर्नमेंटल कंडीशंस से भी बालों पर असर पड़ सकता है. लेकिन यह ग्रे हेयर होने का डायरेक्ट कारण नहीं होता.
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