Lok Sabha Elections 2024: देशभर में है चुनाव का माहौल... भीषण गर्मी में नेता कर रहे हैं प्रचार... फिर भी दिखते हैं एक-दम स्टाइलिश... क्या सूती कपड़े हैं नेताओं की पसंद?... या ट्रेडिशनल कपड़ों से लुभाना चाहते हैं वोटर?
एक तरफ गर्मी पूरा ज़ोर पकड़ रही है, वहीं देशभर के नेता इसी गर्मी में चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. तेज़ धूप में रैलियां निकालते, भाषण देते और लोगों को लुभाने के लिए नेता जो पहनावा चुनते हैं वो ज्यादातर कॉटन के कपड़े होते हैं और उनके रंग भी हल्के होते हैं या फिर सफेद ही होते हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyaka Gandhi) से लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से चुनावी मैदान में उतरी डिंपल यादव (Dimple Yadav) तक, लगभग हर फीमेल पॉलिटिशियन साड़ी पहनना पसंद करती हैं, फिर चाहे वो किसी भी रंग की हो या किसी भी तरह की हो.
यूं तो आजकल साड़ी पहनना लोग बहुत मुश्किल का काम समझते हैं लेकिन तमाम नेता तपती गर्मी में भी साड़ी को पहली पसंद बनाकर एक संदेश देती नज़र आ रही हैं.
इस बार का चुनाव हो या पिछला, प्रियंका गांधी हो या महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra), वह रैलियों में साड़ी पहने नज़र आती हैं. वह साड़ियों में जितनी क्लासी और एलिगेंट लगती हैं उतनी ही कम्फर्टेबल भी दिखाई देती हैं.
साड़ी देखने में जितनी अनकम्फर्टेबल लगती है उतनी होती नहीं है और सूती साड़ियां हल्की होती हैं और गर्मियां के लिए बिल्कुल परफेक्ट होती हैं, तभी पोलिटिशियन्स भी गर्मी की परवाह किये बिना साड़ी पहनकर चुनावी मैदान में उतरतीं हैं.
प्रियंका गांधी के स्टाइल की बात हो और उनकी मां और दादी यानि हमारी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की बात न की जाए, ऐसा कैसे हो सकता है. इंदिरा गांधी को भी साड़ी पहने देखा जाता था, अगर हम कहें कि प्रियंका फैशन के मामले में उनके ही नक्शेकदमों पर चल रही हैं तो ये गलत नहीं होगा. हूबहु कपड़े पहनने का अंदाज़ और उनका हेयरस्टाइल, हम सबको इंदिरा जी की ही याद दिलाता है.
नेताओं को कॉटन के कपड़े (Cotton Clothes) पसंद आते हैं इस बात को तो जुठलाया नहीं जा सकता. बात सिर्फ उम्रदराज नेताओं की नहीं है, युवा नेताओं की भी पसंद सूती कपड़े बने गए हैं. कॉटन के कपड़े न सिर्फ कम्फर्टेबल होते हैं बल्कि ये गर्मी में पसीना सोखने और स्किन रैशेज़ से बचाने का भी काम करते हैं. साथ ही कॉटन की साड़ी हो, सूट हो या फिर कुर्ता पजामा हो, सब काफी स्मार्ट लुक देते हैं.
कॉटन का फैब्रिक (Cotton Fabric) बनाने के लिए कॉटन के पेड़ का इस्तेमाल किया जाता है. कॉटन के पेड़ में फल निकलते हैं जब ये फल, फूल बनते हैं तब उसमें से कपास यानि कॉटन मिलता है, जिससे सूती कपड़ा बनाया जाता है.
सिर्फ कॉटन ही नहीं नेताओं को लिनेन और खादी के कपड़े पहने भी खूब देखा जाता है. लिनेन और खादी के कपड़े पहनने के भी काफी फायदे होते हैं. ये न सिर्फ स्टाइलिश लगते हैं बल्कि ये आरामदायक भी होते हैं.
अगर आप समझते हैं कि लिनेन फैब्रिक कॉटन ही होता है तो ऐसा नहीं है, जहां सूती कपड़े को कॉटन के पेड़ से बनाया जाता है वहीं लिनेन को फ्लैक्स प्लांट (Flax Plant) के स्टेम से बनाया जाता है. लिनेन को मशीनों के जरिये बनाया जा सकता है, वहीं खादी को चरखे पर हाथों से बनाया जाता है और यह भी फ्लैक्स प्लांट से ही तैयार होता है. लिनेन और खादी के कपड़ों की जो खास बात होती है वो है इसका हर मौसम में काम आना. ये कपड़ा गर्मी में ठंडक देने का काम करता है और सर्दी में गरमाहट का एहसास करवाता है.
अब जहां बात नेताओं के कपड़ों की होती है वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)) की बात किये बिना बात पूरी कैसे हो सकती है. प्रधानमंत्री ने जो स्टाइल स्टेटमेंट सेट किया है वो कोई और नेता क्रॉस कर पाए ये थोड़ा मुश्किल लगता है. पीएम मोदी का कुर्ता पजामा हो या मोदी जैकेट हो, अब बाज़ार में भी ये मोदी जैकेट के नाम से ही मिलते हैं. ऐसे ही पहले चाचा नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने भी अपने पहनावे से सबका दिल जीता हुआ था, उनके नेहरू कोट हों या नेहरू जैकेट आज भी लोग इन्हें पहनना पसंद करते हैं और नेताओं के तो ये फेवरेट हैं.
हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut)को चुनावी रैलियों में हिमाचल के ट्रेडिशनल कपड़ों में देखा गया, किन्नौर गईं तो उन्होंने किन्नौरी आउटफिट पहना, जिसमें वुलन ब्लाउज, वुलन स्कर्ट और एक शॉल है, जिसे "दोहरू" कहा जाता है. चंबा गईं तो कंगना ने चंबा की पोशाक लुआंचारी पहने नज़र आईं. कुल्लू में चुनाव प्रचार करने के लिए रनौत ने कई हिमाचली टोपी और कुल्लवी 'पट्टू' पहनी थी. इनके अलावा राजस्थान की डिप्टी चीफ मिनिस्टर और प्रिन्सेस दिया कुमारी (Diya Kumari) को भी राजेस्थानी ट्रे़डिनल कपड़ों में देखा जाता है. लहरिया साड़ी से लेकर बांधनी साड़ी तक, दीया के कपड़ो में भी भारतीय संस्कृती की झलक दिखाई देती है.
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