National Handloom Day 2023: हथकरघा यानि हैंडलूम को भारत की संस्कृति और आर्थिक ताने बाने में गहराई से बुना जाता है. हैंडलूम इंडस्ट्री को पूरी दुनिया में पहचाने दिलाने और इससे जुड़ें लोगों को सम्मान देने के लिए हर साल 7 अगस्त को नेशनल हैंडलूम दिवस मनाया जाता है.
1905 में हुए स्वेदेशी मूवमेंट को चिंहित करने के लिए 7 अगस्त, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने चेन्नई में इस दिन की शुरूआत की थी और तभी से ये दिन हर साल मनाया जाता है. भारत में हैंडलूम का काम ज़्यादातर छोटे शहरों और गांवों से होता है और ये कला एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी अपनाती है और आगे बढ़ाती है.
हैंडलूम सेंसस 2019-20 के अनुसार, ये उद्योग देश भर में लगभग 35,22,512 हैंडलूम वर्कर्स को रोज़गार देता है, जिनमें महिलाएं की संख्या ज़्यादा है लगभग 72 प्रतिशत.
वहीं भारत के सबसे पॉपुलर हैंडलूम की बात करें तो इनमें तमिलनाडू का कांजीवरम, वाराणसी का बनारसी, कश्मीर का पश्मीना, महात्मा गांधी के स्वदेशी मूवमेंट से आया खादी और असम का मुगा सिल्क शामिल हैं.
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