प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक भाषण में कर्नाटक में 108 जड़ी बूटियों से बनने वाले आयुर्वेदिक तेल की तारीफ की थी. कर्नाटक के हक्की पीक्की समाज के लोग यह तेल बनाते हैं. चलिए जानते हैं किन चीजों से बनाया जाता है यह तेल और इसे बालों में लगाने के फायदे.
यह तेल सेमेथी, नीलमबारी, भृंगराज, लैवेंडर, ब्राह्मी, चिरायता, लाजवंती, आंवला, एलोवेरा जैसी कुल 108 जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है.
बालों में भृंगराज के इस्तेमाल से जड़े मजबूत होती हैं, जिससे बालों के टूटने जैसी समस्याएं नहीं होती हैं. इसके अलावा, भृंगराज में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो डैंड्रफ और स्कैल्प की खुजली से राहत पाने के लिए फायदेमंद है.
सफेद बाल एक आम समस्या बन गया है. अगर आप कम उम्र में बालों को सफेद होने से बचाना चाहते हैं, तो आंवला से बने तेल फायदेमंद हो सकते हैं. लंबे बालों के लिए भी आप आंवला का इस्तेमाल कर सकते हैं.
लाजवंती यानी छुई-मुई का पौधा बालों को शाइनी बनाने में मदद करता है. अगर आपके बाल डैमेज हो गए हैं, तो लाजवंती से बने तेल का यूज़ करने से बालों को पोषण मिलेगा.
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